देहरादून : लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद नई सरकार का गठन किया जाना है। सरकार के गठन को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है। 16वीं लोकसभा को भंग कर 17वीं लोकसभा के गठन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर उनको सरकार बनाने का प्रस्ताव दिया है।सरकार बनने के साथ ही नई कैबिनेट का गठन भी किया जाना है। उत्तराखंड से भारतीय जनता पार्टी ने दूसरी बार क्लीन स्वीप कर पांचों सीटें अपने नाम की हैं। अब पांचों ही नवनिर्वाचित सांसद मंत्री पद पाने के लिए लॉबिंग में जुट गए हैं। पांच सांसदों की लॉबिंग के बीच छठा नाम राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी का उभर कर सामने आ रहा है। अनिल बलूनी भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख भी हैं।
माला राज्यलक्ष्मी शाह
उत्तराखंड के पांच सांसदों की बात करें तो माला राज्य लक्ष्मी शाह लोकसभा से लगातार तीन बार चुनाव जीतकर आई हैं। इस लिहाज से महिला होने के नाते मंत्री पद पर अपना दावा कर सकती हैं। पौड़ी लोकसभा सीट से जीते तीरथ सिंह रावत पहली बार संसद पहुंचे हैं।
तीरथ सिंह रावत
तीरथ सिंह रावत को संगठन का खासा अनुभव है और वर्तमान में वे हिमाचल प्रदेश के प्रभारी भी हैं। संगठन में अपनी पकड़ को लेकर उनकी दावेदारी को भी मजबूत माना जा रहा है।
अजय भट्ट
नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट की बात करें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट पहली बार संसदीय चुनाव जीते हैं। प्रदेश की राजनीति के जातीय समीकरण और क्षेत्रीयता के हिसाब से अजय भट्ट मंत्री पद के लिए सही दावेदार साबित हो सकते हैं।
अजय टम्टा
उधर, अल्मोड़ा सीट से पिछली सरकार में केंद्रीय कपड़ा मंत्री अजय टम्टा फिर से कैबिनेट में शामिल होने के लिए लॉबिंग में जुटे हैं। हालांकि उनके पिछले कार्यकाल हिसाब से उनको फिर से मंत्री बनाए जाने की उम्मीदें कम नजर आ रही हैं।
रमेश पोखरियाल निशंक
पांच लोकसभा सांसदों के बीच पूर्व सीएम हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक केंद्रीय मंत्री बनने की दौड़ में मजबूत दावेदार हैं।
इन सब के अलावा राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेहद करीबी माने जाते हैं। मीडिया को लेकर उनके मैनेजमेंट को को लेकर पार्टी उन पर खासा भरोसा करती है। इस लिहाज से अनिल बलूनी मंत्री पद की रेस में मजबूती से बने हुए हैं। अब देखना यह होगा कि उत्तराखंड से मंत्री पर कौन बनता है…?