रामनगर: काॅर्बेट टाइग रिजर्व वैसे तो टाइगर के लिए जाना जाता है, लेकिन इस पार्क में और भी कई तरह के जंगली जानवर, पक्षियां और अन्य जीव भी रहते हैं। लेकिन, इन दिनों एक खास तरह के मोर की चर्चा हो रही है। काॅर्बेट प्रशासन ने इस पर नजर रखनी शुरू कर दी है। अधिकारियों की मानें तो काॅर्बेट में इस तरह के मोर नहीं पाए जाते हैं।
- Advertisement -
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की झिरना रेंज में मोरों के झुंड में वन कर्मियों को एक सफेद मोर दिखाई दिया। वहीं वनाधिकारी इसे अनुवांशिक परिवर्तन मान रहे है। कॉर्बेट प्रशासन ने वन कर्मियों को मोर की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। कोठी रौ के आसपास जंगल में गश्त कर रही वन कर्मियों की टीम को सफेद मोर दिखाई दिया। वन कर्मियों ने मौके पर लगे कैमरा ट्रैप की जांच की तो उसमें सफेद मोर की फोटो तो आई, लेकिन साफ नहीं थी।
इसकी जानकारी वनाधिकारियों को दी गई। सफेद मोर यानी अल्बिनो मोर अन्य मोरों के झुंडों के साथ था। इसके अलावा अन्य कोई सफेद मोर मौके पर नहीं था। सीटीआर निदेशक राहुल ने बताया कि कॉर्बेट में सफेद मोर नहीं मिलते हैं। यहां नीले, काले-पीले, हरे रंग के मोर हैं। सफेद मोर पहले कभी नहीं देखा गया और न ही कॉर्बेट के रिकॉर्ड में सफेद मोर का कोई जिक्र है।
निदेशक के अनुसार, अनुवांशिक परिवर्तन की वजह से मोर में बाकी रंग नहीं आते हैं। इस वजह से मोर सफेद रह जाता है, जो इसे दूसरे मोरों से खास बनाता है। उन्होंने बताया कि कॉर्बेट के कैमरा ट्रैप की फुटेज खंगाली जा रही हैं। ताकि मोर की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।