रामनगर: सरकार का दावा है कि मजदूरों और लॉकडाउन के दौरान फंसे लोगों को पर्याप्त राशन दिया जा रहा है। खाने-पीने की कोई कमी नहीं है। दावा यह भी किया जा रहा है कि सरकार के पास खाद्यान्न का पर्याप्त भंडार है। बावजूद, प्रवासी मजदूरों और किरायदारों को खाद्य सामग्री प्राप्त करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। इससे सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर वो राशन कहां है, जिसके सरकार दावे कर रही है ?
लाॅकडाउन के कारण लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते रामनगर तहसील में रोजाना कई लोगों की भीड़ जमा हो रही है। ये लोग राशन सामग्री की मांग कर रहे हैं। इनमें से ज्यादातर वह लोग हैं, जो यहां मजदूरी करने आए थे, लेकिन लाॅकडाउन की वजह से फंस गए हैं। उनके पास राशन कार्ड भी नहीं है, जिससे उनको राशन लेने में ज्यादा दिक्कतें आ रही हैं।
हालांकि एसडीएम विजय नाथ शुक्ल का कहना है कि सभी को राशन सामग्री उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन की टीम जुटी हुई है। उनका कहना है कि जो भी प्रवासी मजदूर या किरायेदार राशन के लिए परेशान हैं। उनकी लिस्ट बना कर उन तक राशन सामग्री पहुंचाई जा रही है। उनका कहना हैं कि तहसील से राशन नही बांटा जा रहा है। फिर भी लोग अनावश्यक यहां पर भीड़ लगा रहे हैं।