देहरादून : सरकारी विभागों के फर्जी चेक बनाकर ठगी के मामले पहले भी सामने आते रहे हैं। उत्तराखंड में भी इस तरह के मामले आए हैं। ऐसा ही एक और मामला सामने आया है। विद्युत विभाग का फर्जी चेक बनाकर 1 करोड़ 22 लाख रुपये निकालने का प्रयास किया गया। मुंबई में बाकायदा चेक भी लगाया गया, लेकिन विभागीय अधिकारियों की सतर्कता से बहुत बड़ी रकम गायब होने से बच गई। इस संबंढ में कैंट कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
कैंट कोतवाली में दर्ज कराए गए मुकदमे में विद्युत भंडार खंड एफआरआई के लेखाकार संजीव कुमार ने बताया कि विद्युत खंड शाखा का पीएनबी बैंक कौलागढ़ में सरकारी खाता है। किसी अजय वाजपेई नाम के व्यक्ति ने पीएनबी की लखनऊ शाखा में फर्जी चेक लगाकर खाते से 23 लाख रुपये निकालने की कोशिश की गई।
इसी तरह मुंबई शाखा में 99 लाख रुपये का फर्जी चेक लगाया गया। पेमेंट से पहले बैंक से चेक की कापी व्हाट्सएप पर ली गई तो कैशियर के हस्ताक्षर फर्जी पाए गए। पहला फर्जी चेक लगने के बाद बैंक को बताया गया कि बिना सूचना के किसी भी चेक का भुगतान न करें। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।