रुड़की : एक बार फिर से बीजेपी विधायक का शर्मनाक बयान सोशल मीडिय में वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बीजेपी विधायक के बयानों के चलते उन्हें सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया गया है. पहले राजकुमार ठुकराल फिर चैंपियन फिर उमेश काऊ औऱ अब ज्वालापुर विधानसभा से बीजेपी विधायक. एक के बाद एक बीजेपी के विधायक पार्टी की किरकिरी करा रहे हैं. हालांकि पार्टी ने कइयों पर कार्रवाई भी की है. सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली सरकार के ऐसे विधायक एरिया को देवभूमि के लोगों के प्रति ऐसी सोच रखते हैं तो कैसे सबका विकास होगा.
मुस्लिम क्षेत्र को पाकिस्तानी एरिया
ज्वालापुर से बीजेपी विधायक सुरेश राठौर का एक बयान सामने आया है जिसमें वो सड़क के शिलान्यास के दौरान भाषण दे रहें हैं। दरअसल धनोरी में 2 करोड़ 76 लाख की सड़क का शिलान्यास करने के दौरान विधायक ने विवादित बयान दिया. बीजेपी विधायक ने सार्वजनिक तौर पर कहा कि, ‘वो पाकिस्तान वाला एरिया भी मेरी ही विधानसभा में आता है।’ विधायक ने कई बार पाकिस्तान शब्द का इस्तमाल किया। वो इस दौरान ये भी बता रहें हैं कि 52 फीसदी हिस्सा पाकिस्तान है। हालांकि इस दौरान उनके साथ के लोग उस इलाके का कुछ औऱ ही नाम बता रहें हैं लेकिन वीडियो में ये स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। दिलचस्प ये है कि विधायक जी उस इलाको को पाकिस्तना के तौर पर ही संबोधित कर रहें हैं।
खबर उत्तराखंड ने की विधायक से बात, रखा अपना पक्ष
हालांकि जब विधायक से खबर उत्तराखंड ने बात की तो विधायक का इस पर कहना है कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कोटा पाकिस्तान नाम का गांव(क्षेत्र) है और वो भूलवश कोटा पाकिस्तान की जगह सिर्फ पाकिस्तान बोल गए. विधायक ने सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही वीडियो के लिए कहा कि उनका मकसद किसी समुदाय को ठेस पहुंचाना नहीं था.वो सबका साथ सबका विकास चाहते हैं.
जनता सब जानती है
विधायक जी के वायरल हो रहे वीडियो और उनके हमारे साथ हुई बातचीत के दावों में फर्क को संभवत हर पाठक महसूस कर सकता है। हालांकि ये जरूरी था कि इस मसले पर विधायक जी से उनका पक्ष पूछा जाता लिहाजा हमने उनके साथ हुई बातचीत को यहां साझा कर दिया।
ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या वाकई में विधायक जी कोटा पाकिस्तान का जिक्र कर रहे थे या फिर पाकिस्तान कह कर किसी समुदाय विशेष पर निशाना साध रहे थे? सवाल ये भी है कि क्या पार्टी इस मसले में विधायक जी से कोई स्पष्टीकरण मांगने की जहमत उठाएगी या फिर विधायक जी की बयानबाजी पर अपनी मुहर लगाते हुए चुप रहना ही पसंद करेगी?