देहरादून : पिछले छह दिनों से आमरण अनशन पर बैठे बीपीएड-एमपीएड प्रशिक्षित बेरोजगार ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपने खून से पत्र लिखा। बेरोजगारों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि पांच सूत्रीय मांगों को लेकर वे 278 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं और आमरण अनशन करते हुए छह दिन हो गए हैं,लेकिन अभी तक कोई भी सरकारी नुमाइन्दा उनकी सुध लेने नहीं आया है।
बीपीएड-एमपीएड प्रशिक्षित बेरोजगारों का कहना है कि एनसीईआरटी की गाइड लाइन के अनुसार प्रत्येक विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक शारीरिक शिक्षकों की भर्ती अनिवार्य हो…साथ ही प्रत्येक उच्च प्राथमिक व शासकीय और अशासकीय विद्यालयों में शारीरिक शिक्षकों की नियुक्ति वर्षवार की जाए।
आत्मदाह की चेतावनी
वहीं बेरोजगारों ने केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की त्रिवेंद्र सरकार को साफ़ चेतावनी दी है कि अगर अब भी सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं हुई तो वे सख्त रास्ता अख्त्यार करेंगे यहां तक कि आत्मदाह करने भी पीछे नहीं हटेंगे।