नैनीताल-अब आपको को कागज प्रिंट निकालने के लिए भारी भरकम और महंगे प्रिंटर की जरूरत नहीं। अब सीधे लैपटॉप से ही प्रिंट निकाल सकेंगे। इतना ही नहीं अब आप घर में पानी से बिजली भी बना सकेंगे। ये अद्भुत प्रोजेक्ट नैनीताल के सेंट मैरी कान्वेंट स्कूल की दो मेधावी छात्राओं स्मृति पांडे और अनिन्दिता अधिकारी ने बनाकर सबको हैरत में डाल दिया है। दोनों छात्राओं के ये प्रोजेक्ट भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से हर साल आयोजित होने वाली इंस्पायर अवार्ड प्रतियोगिता के तहत स्क्रीनिंग कमेटी ने चयनित कर लिए हैं।
दोनों प्रोजेक्टों को किया जाएगा जिला स्तरीय प्रतियोगिता में प्रस्तुत
अब एक मई को दोनों प्रोजेक्टों को जिला स्तरीय प्रतियोगिता में प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद ये प्रोजेक्ट राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भेजे जाएंगे। यदि इनके प्रोजेक्ट राष्ट्रीय स्तर पर चयनित होते हैं तो इन पर शोध संस्थाएं काम करेंगी।
13 वर्षीय स्मृति पांडे सेंट मैरी स्कूल में 8वीं कक्षा की छात्रा
13 वर्षीय स्मृति पांडे सेंट मैरी स्कूल में 8वीं कक्षा में पढ़ती हैं। उन्होंने बताया कि लैपटॉप के साथ प्रिंटर की आवश्यकता अधिक महसूस की जाने लगी है, लेकिन एक प्रिंट पाने के लिए हर समय प्रिंटर साथ लेकर घूमना संभव नहीं है।
लैपटॉप में ही प्रिंटर जोड़ने का आया विचार
ऐसे में उन्हें लैपटॉप में ही प्रिंटर जोड़ने का विचार आया। उन्होंने कुछ जानकारियां जुटाने के बाद नया लैपटॉप तैयार किया है। उन्होंने प्रिंटर को लैपटॉप के पिछले भाग में जोड़ा है, जो केवल 3 इंच का अतिरिक्त स्थान लेता है। लैपटॉप के साथ केवल प्रिंटर की कॉटेज जोड़नी होगी। उन्होंने इसे इंटीग्रेटेड डिवाइस डेवलपमेंट लैपटॉप कम प्रिंटर का नाम दिया है।
11वीं की छात्रा 15 वर्षीय अनिन्दिता अधिकारी का कारनामा
इसके अलावा सेंट मैरी स्कूल में 11वीं की छात्रा 15 वर्षीय अनिन्दिता अधिकारी ने हाइड्रो पावर एट होम के नाम से एक प्रोजेक्ट तैयार किया है। इससे घर में पानी के प्रयोग के दौरान ही बिजली बनाकर संरक्षित की जा सकती है।
उन्होंने बताया कि जब हम घर की टंकी में पाइप लाइन से पानी चढ़ाते हैं तो इस दौरान एक छोटा टरबाइन लगा सकते हैं, जिससे पैदा होने वाली बिजली को सुरक्षित कर करीब 5 घंटे तक प्रयोग में लाया जा सकता है। इससे करीब 3 वाट के दो बल्बों को जलाया जा सकता है। नैनीताल की दोनों के बेटियों के इन प्रोजेक्टों को तैयार करने में स्कूल की विज्ञान की अध्यापिका रीता अधिकारी ने मदद की है।