देहरादून: उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार युवाओं को रोजगार देने पर लगातार काम कर रही है। इसके लिए त्रिवेंद्र सरकार ने कई योजनाएं चलाई हैं। कोरोना महामारी के कारण वापस उत्तराखंड लौटे युवाओं को रोजगार देने के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू की गई। योजना का असर यह हुआ कि इसमें बड़ी संख्सा में आवेदन किए गए, जिनमें युवाओं की बड़ी संख्या है। राज्य के 13 जिलों के 2205 लोगों को अब तक लोन मिल चुका है।
15 से 25 प्रतिशत सब्सिडी
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का लक्ष्य युवाओं को ना केवल अपने राज्य में रोके रखना है। बल्कि उनको रोजगार मुहैया कराना भी है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 150 से अधिक कार्यों को शुरू करने लिए सरकार की ओर से लोन में 15 से 25 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है।
इस जिले में इनते लोगों को मिला लोन
अल्मोड़ा में 123, बागेश्वर 151, चंपावत 202, चमोली 164, देहरादून 143, हरिद्वार 101, नैनीताल 153, पौड़ी 230, पिथौरागढ़ 136, रुद्रप्रयाग 139, टिहरी 174, ऊधमसिंह नगर 143 और उत्तरकाशी में 346 लोगां को लान मिल चुका है। इन सभी 2100 स्वरोजगार योजनाओं के जरिए वापस राज्य में लौटे युवा और अन्य लोग अब अपने घर पर ही रोजगार हासिल कर रहे हैं।
दूसरों को भी रोजगार
त्रिवेंद्र सरकार यह योजना लोगों को स्वरोजगार तो दी ही रही है। साथ ही स्वरोजगार शुरू करने वाले लोगों के साथ उनके कार्यों में अन्य लोगों को भी रोजगार मिल रहा है। इससे कई प्रवासियों ने गांव में ही नौकरी शुरू कर दी है। योजना के तहत आवेदन आने का सिलसिला जारी है। इससे साफ है कि भविष्य में भी मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के जरिए अन्य लोगोें को रोजगार मिलेगा।