देहरादून: प्रदेश में विकास के नए आयोमों को छूती त्रिवेंद्र सरकार लगातार जनता को सुविधाएं देने के लिए बेहतर प्रयास कर रही है। इसी दिशा में आगे बढ़ती सरकार विकासखंड मुख्यालयों को डबल लेन सड़क से जुड़ने की तैयारी कर रही है। ताकि जनता को सहूलियत मिल सके और सड़क हादसों पर रोक लग सके। इसके साथ ही चमोली और पिथौरागढ़ जिले की सड़क को भारत चीन सीमा से जोड़ने की भी तैयारी की जा रही है।
राज्य के विकास की दिशा में आगे बढ़ती त्रिवेंद्र सरकार की पहल से अब राज्य के सभी ब्लॉक मुख्यालयों को डबल लेन सड़क से जोड़ा जाएगा। प्रदेश के विसाक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ये बड़ा ऐलान किया है। इससे राज्य में ब्लॉक मुख्यालय स्तर तक की सड़कों की स्थिति में सुधार होगा और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। राज्य सरकार की मानें तो ब्लॉक मुख्यालयों को डबल लेन सड़क से जोड़ने के बाद स्थानीय लोगों की यातायात की परेशानी भी दूर होगी। त्रिवेंद्र सरकार का लक्ष्य प्रदेश के सभी गांवों को सड़क से जोड़ने का है।
इसके साथ ही अब भारत-चीन सीमा पर स्थित चमोली जिले की मलारी घाटी और पिथौरागढ़ जिले का मिलम क्षेत्र जल्द ही सड़क से जुड़ जाएगा। सड़क परिवहन मंत्रालय ने 72 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण के लिए स्वीकृति दे दी है। इस सड़क का निर्माण सीमा सड़क संगठन करेगा। सड़क बनने से चमोली और पिथौरागढ़ के बीच आवाजाही में आसानी होगी। उम्मीद जताई जा रही है कि फरवरी के बाद निर्माण कार्य शुरू हो सकता है।
उत्तराखंड की करीब 345 किमी लंबी सीमा चीन से सटी है। इसमें से करीब 135 किलोमीटर पिथौरागढ़ और 100 किलोमीटर चमोली जिले में है। अभी सड़क से चमोली का जिला मुख्यालय गोपेश्वर और पिथौरागढ़ के बीच 300 किलोमीटर की दूरी है। नई सड़क के बनने से यह दूरी करीब दो सौ किलोमीटर रह जाएगी।