देहरादून : सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को राफेल डील पर सरकार को क्लीन चिट देने के अपने निर्णय पर पुनर्विचार की मांग कर रही सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया. यह याचिकाएं पूर्व केंद्रीय मंत्री – यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी तथा कार्यकर्ता-वकील प्रशांत भूषण समेत कुछ अन्य ने दाखिल की थीं.
वहीं अब इसका असर उत्तराखंड की राजनीति में देखने को मिल रहा है. राफेल मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सभी पुनर्विचार याचिकाएं खारिज होने के बाद एक बार फिर राफेल मामले को लेकर सियासत गर्म हो गई है. कांग्रेस जहां सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पूरे मामले को लेकर बैकफुट पर हैं. वही भाजपा मामले में कांग्रेस को और बैकफुट पर पहुंचाना चाहती है. इसी के तहत कल भाजपा देश के सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन कर कांग्रेस और राहुल गांधी से राफेल मामले पर दिए गए बयानों पर माफ़ी मांगने को लेकर विरोध करेगी।