उधम सिंह नगर : (मोहम्मद यासीन) बरसात की पहली बारिश का बेसब्री इंतजार कर रहे लोगों के चेहरों की हवाईयां तब उड़ने लगी जब पहली बरसात में उनके घरों में गंदा पानी घुस गया। जो लोग गर्मी से राहत पाने के लिए बारिश होने की दुआएं कर रहे थे, वो कुछ ही घंटो की बारिश के बाद बारिश बंद होने की दुआऐं मांगते दिखे। पहली बारिश ने ही नगर पालिका किच्छा के विकास के दावों की पोल खोल कर रख दी। नगर के वार्ड नंबर 8 में कुछ घंटे की बारिश में ही कमर तक पानी भर गया और भीषण जल भराव से बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के घरों के अंदर कैद हो गये, तथा कामकाजी लोगो के लिए बड़ी भारी समस्या खड़ी हो गई।
करोड़ों की योजनाऐं, तब भी सड़कों का हाल बेहाल
लगभग 25 वर्ष पुरानी किच्छा नगर पालिका में लगातार पालिकाध्यक्ष बदलते रहे, करोड़ों अरबों रुपयों की योजनायें बनती रही लेकिन नालियों और सड़को की हालत 25 साल पुरानी ही है, जो एक बरसात में ही घरों में पानी भर देती हैं। स्थानीय विधायक अपने दूसरे कार्यकाल में भी नगर के वार्ड नं०8 में सड़कों की दशाएं सुधारने मे कोई खास परिवर्तन वर्तमान समय तक नही कर पायें। जब नगर के बीचों बीच के वार्डों का ये हाल है तो मलिन बस्तियों के विकास की कल्पना करना बेईमानी होगी। हल्की बारिश होते ही क्षेत्र में घरों में जलभराव हो जाता है तो आने वाले मौसम में कल्पना करना मुश्किल होगा।
आलम ये हो चला है कि बच्चों को स्कूल छो़ड़ने के लिए पिता को कंधे में बैठाकर पानी और कीचड़ से बचाकर ले जाना पड़ रहा है.
किच्छा में सिर्फ पैसे की बंदरबांट हो रही है-स्थानीय लोग
स्थानीय लोगों के अनुसार किच्छा में सिर्फ पैसे की बंदरबांट हो रही है। प्रदेश सरकार द्वारा दी गयी दर्जनों योजनाएं सिर्फ अधिकारियों के फाइलों में ही नजर आता है। जबकि किच्छा के वार्ड 8 की बड़ी समस्याओं पर न तो अधिकारी कोई ध्यान दे रहे हैं ना ही प्रदेश सरकार, ना ही विधायक और ना ही पालिकाध्यक्ष।