देहरादून: इस बार बर्फ ने कई सारे रिकार्ड तोड़ दिए। चारों धामों की यात्रा शुरू हो चुकी है। लेकिन, अभी उत्तराखंड में सिखों के पविपत्र स्थान हेमकुंड साहिब के कपाट नहीं खुले हैं। हेमकुंड साहिब के कपाट इस बार एक जून को खोले जाएंगे। बर्फ जमा होने के कारण अब तक तैयारियां पूरी नहीं हो पाई हैं, जबकि यात्रा में अब कुछ ही दिन बचे हैं।
हेमकुंड साहिब तक पहुंचने के लिए सेना के जवान दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। लगातार हिमखंडों को काटरकर रास्ता बनाने में जुट हैं। हेमकुंड साहिब तक पहुंचने के लिए जवानों ने बर्फ को काटकर चार मीटर गहरा और पांच मीटर चैड़ा रास्ता बनाया है। इसी रास्ते से गुजरकर श्रद्धालुओं को हेमकुंड साहिब तक पहुंचना होगा।
बर्फबारी के कारण मुख्य पड़ा घंघरिया में बिजली और पानी की सारे व्यवस्थाएं ध्वस्त हो रखी हैं। पानी की व्यवस्था तो हो चुकी है, लेकिन अब तक बिजली की व्यवस्था नहीं हो पाई है। रास्ता हालांकि सेना के जवानों ने तैयार कर दिया है, लेकिन लगातार अब भी कई सुविधांए गुरुद्वारा प्रबंधन नहीं कर पाया है।