बागेश्वर: बागेश्वर सिमी नरगोल गांव के सुनील कुमार लाॅकडाउन के दौरान वापय आये थे। वो फिर से वापस पंजाब नहीं जाना चाहता था। इसलिए उसने बागेश्वर में ही रेहड़ी/ठेली लगाकर स्वरोजगार शुरू किया। करीब दो माह तक तो उसका काम ठीक चला, लेकिन इस एक दिन रात को किसी ने उसकी रेहड़ी को नाले में फेंक दिया। उसके सामने फिर से रोजगार का संकट खड़ा हो गया। काफी प्रयासों के बाद भी जब किसी ने गुहार नहीं सुनी तो सीएम से गुहार लगाई। सीएम ने भी मामले का तत्काल संज्ञान लिया और डीएम को मामले को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए।
बागेश्वर के सिमी-नरगौल के सुनील कुमार की रेहड़ी तोड़े जाने के मामले में जिला प्रशासन को त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए थे।मुझे संतोष है, इस मामले में @DBageshwar ने स्वंय पीड़ित सुनील से बात की नई रेहड़ी दिलवाई।स्वरोजगार कर रहे लोगों के साथ इस तरह का बर्ताव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। pic.twitter.com/bIVjmQhuOZ
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) August 13, 2020
सुनील की फरियाद को वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। ये वीडियो किसी तरह सीएम के पास भी पहुंच गया। सीएम ने डीएम को सुनली की मदद करने के निर्देश दिए, जिसके बाद डीएम खुद सुनील के पास पहुंचे और उसे रेहड़ी दिलाई। कुछ सामान भी उपलब्ध कराया साथ ही ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार और प्रशासन बाहर से आए प्रवासियों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए हर संभव मदद करेगी। सुनील कुमार ने भी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और जिला प्रशासन का आभार जताया।