देहरादून : स्टिंग मामले में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने पलटवार किया है। उन्होंने सीएम त्रिवेंद्र के आरोपों का जवाब तो दिया ही। साथ ही उन्हें नसीहत भी दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कांग्रेस से भाजपा में गए उज्याड़ू बैलों को नियंत्रण में रखा, वह प्रशंसनीय है। फेसबुक पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर पलटवार करते हुए सोशल मीडिया में पोस्ट लिखी है। उन्होंने कहा कि स्टिंगबाज को मुख्यमंत्री से संबंधित केस में विधिक सहायता देने वाले कांग्रेस से जुड़े कपिल सिब्बल लब्ध-प्रतिष्ठित अधिवक्ता हैं। उन्होंने अपना धर्म निभाया।
हरदा ने कहा कि इस मामले को मुझसे जोड़ना पूरी तरह गलत है। स्टिंगबाज के कलाकार के साथ उनका नहीं, बल्कि भाजपा के नेताओं का गहरा रिश्ता है। इस कलाकार ने उनका स्टिंग किया था, जिसके आधार पर मेरी सरकार बर्खास्त हुई और राजनीतिक अस्थिरता आई। पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा की वर्तमान सरकार इसी स्टिंगबाजी के गर्भ से पैदा हुई है।
मुख्यमंत्री को जो दर्द हो रहा है, कुछ ऐसा ही दर्द मुझे भी हुआ था। हरीश रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री वाले प्रसंग में तो कुछ रुपयों के लेन-देन का उल्लेख है, लेकिन उनके मामले में तो कुछ बातें हवाई थीं। उन पर या कांग्रेस पर गुस्सा निकालने के बजाय खतरे को समझें। राज्य की राजनीति में स्टिंगबाजों और उज्याड़ू विशेषज्ञों को आलिंगनपाश में बांधने के लिए कई बांहें अकुलाई हुई हैं। हाईकोर्ट के आदेश के आलोक में जो कदम हमने उठाए, वे विपक्ष धर्म के अनुरूप हैं।