टिहरी गढ़वाल: घनसाली विधानसभा के पौनाड़ा ग्राम सभा के पहले सैनिक राय सिंह की मौत की खबर से उनके परिवार सहित पूरा उत्तराखंड आहत है. हमारे देश ने और उत्तराखंड ने एक और बहादुर सेना के जवान को खो दिया. जी हां राय सिंह 28 घंटे बाद जिंदगी की जंग हार गए. जिनका आज सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. आपको बता दें कि राय सिंह पौनाड़ा गांव के पहले सैनिक थे जो सेना में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहे थे. उसके बाद युवाओं में जोश जागा और कइयों ने आर्मी जॉइन की.
28 घण्टे के बाद हार गए जिंदगी की जंग
आपको बता दें कि सेना के जवान राय सिंह निवासी पौनाड़ा कुछ दिन पूर्व गाँव में अपनी भतीजी की शादी में आये थे शादी के बाद वह अपनी पत्नी सहित चमियाला बाजार में वापिस आ गए थे जहाँ उनको अटैक आ गया और ब्रेन हेमरेज हो गया. जिसके बाद उनका एक हिस्सा पैरालिसिस हो गया और उन्हें सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र बेलेश्वर ले जाया गया जहां से उन्हें सैनिक अस्प्ताल देहरादून रैफर किया गया। देहरादून में सैनिक अस्पताल में उनका दिमाग का ऑपरेशन किया गया जहाँ उनको 48 घण्टे ऑब्जर्वेशन पर रखा गया था लेकिन ऑपरेशन के 28 घण्टे के बाद वो जिंदगी की जंग हार गए.
सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई, जवान का एक बेटा औऱ बेटी
वहीं आज उनके यूनिट के जवान और 119 फील्ड रेजिमेंट के जवान उनके पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के उनके गांव लेकर आये जहाँ उन्हे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान पूरा गांव शौक में डूब गया। मृतक सेना का जवान अपने पीछे मां-पिता, पत्नी सहित एक बेटी और एक बेटे को छोड़ गए। उनकी पत्नी चम्पा देवी गहरे सदमे में है लेकिन वह अपने आपको गौरान्वित इस बात को लेकर महसूस कर रही है कि उनका पति देश की सेवा के लिए तत्पर था और उसके पति का पूरे सैनिक सम्मान के साथ इस दुनिया से विदा किया गया।
पत्नी बच्चों और मां का रो रोकर बुरा हाल, पिता को है बेटे पर गर्व
बेटे की मौत से पूरा परिवार सदमें में है…पत्नी बच्चों और मां का रो रोकर बुरा हाल है. सेना के जवान के पिता का कहना है वह एक अच्छा बेटा औऱ सेना का जवान था. उन्हें अपने बेटे पर गर्व है. जवान के पिता ने कहा कि वह राय सिंह के बेटे और बेटी यानी की अपने नाती नातिन को भी फौजी रूप में देखना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने सबका धन्यवाद करते हुए कहा कि उनके बेटे को बचाने के लिए सभी ने मदद की लेकिन शायद भगवान को कुछ औऱ ही मंजूर था. उसको बचाने के लिए सभी के प्रयास का धन्यवाद।
राजस्थान के सूरतगढ़ में थे पोस्टेड
आपको बता दें कि मृतक सेना का जवान राय सिंह 7th गढ़वाल राइफल के सैनिक थे. वर्तमान में वह राजस्थान के सूरतगढ़ में पोस्टेड थे.
विधायक की ओर से कोई प्रतिनिधि नहीं था मौजूद
उनकी अंतिम विदाई के दौरान घनसाली विधानसभा से भूतपूर्व सैनिक के ब्लॉक प्रतिनिधि कैप्टन डीएस भंडारी और भूत पूर्व सैनिक संघटन के प्रवक्ता हर्षमनी उनियाल पूर्व पट्टी अफसर, सहित गांव को लोग मौजूद रहे। लेकिन क्षत्रीय विधायक की ओर से कोई प्रतिनिधि मौजूद नहीं रहे।