देहरादून : दो साल से ज्यादा समय के बाद आखिरकार सुनसान पड़े स्कूल और क्लास रुम में बच्चों की गूंज सुनाई देगी। क्लास रुम में फिर से बच्चे शिक्षक से सवाल जवाब करेंगे। दो साल के बाद गलती पर मैडम की डांट छात्र-छात्राओं को क्लासरुम में पड़ेगी। स्कूलों में फिर से प्रार्थना की गूंज सुनाई देगी। जी हां बता दें कि आज मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक हुई जिसमे शिक्षा विभाग से संबंधित कई फैसले लिए गए। धामी कैबिनेट में आज 11 अहम प्रस्तावों पर मुहर लगाई. सबसे महत्त्वपूर्ण फैसला सरकार ने स्कूलों को खोलने को लेकर लिया. अब पिछले काफी समय से बंद पड़े स्कूलों को खोलने की सरकार ने अनुमति दे दी है.
आपको बता दें कि धामी कैबिनेट में 1 अगस्त से 6 से लेकर 12वीं तक के सभी स्कूल खोलने को लेकर मंजूरी मिल गई है. दो साल से भी ज्यादा समय से बंद पड़े स्कूल में फिर से प्रार्थन की गूंज सुनाई देगी। कोविड -19 महामारी और देशव्यापी लॉकडाउन के चलते एक साल से अधिक समय तक बंद स्कूल अब एक अगस्त से खुलेंगे. शिक्षकों के लिए स्कूल पहले ही खोल दिए गए हैं लेकिन बच्चों को स्कूल नहीं भेजने का आदेश था। शिक्षक ऑनलाइन ही बच्चों को पढ़ा रहे थे। लेकिन सरकार ने 6 से लेकर 12वीं तक के छात्र–छात्राओं की कक्षाएं ऑफलाइन शुरु करने के लिए मंजूरी दे दी है यानी की 6 से 12 कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल 1 अगस्त से खुलेंगे।
फिलहाल नर्सरी, LKG,UKG समेत 1 से 5 तक की कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल नहीं खोले गए हैं। इनको अभी ऑनलाइन ही पढ़ाई कराई जाएगी। कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की संभावना को देखते हुए सरकार ने अभी छोटे बच्चों को स्कूल नहीं भेजे जाने का निर्णय लिया है। वहीं कॉलेज 1 सितंबर से खुलेंगे।