जोशीमठ : अगर आप भी गोभी खाते हैं तो जरा सम्भल के…क्योंकि उत्तराखंड चमोली जिले जोशीमठ के दाणमी गांव में एक दिव्यांग के दिमाग में गोभी का कीड़ा घुस गया है…जिसके बाद दिव्यांग के पिता मनोहर सिंह अपने बेटे अरविंद के इलाज के लिए दर-दर भटक रहें हैं।
रविंद के दिमाग में घुसा नेक्रोसेटिक सेरकोसिस नामक कीड़ा
दरअसल अरविंद के दिमाग में नेक्रोसेटिक सेरकोसिस जो की एक किस्म का गोभी का कीड़ा होता है के दिमाग में घुस गया है जिससे वो बीमारी पड़ गया.आपको बता दें इससे वो दिन-प्रतिदिन दिमागी तौर पर कमजोर होता जा रहा है लेकिन उसको इलाज नहीं मिल पा रहा है. उसके परिजन परेशान हैं. क्योंकि उसके इलाज के लिए दो लाख की दरकार है, लेकिन घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण पिता उसका इलाज नहीं करा पा रहा है।
पॉलीटेक्निक कुलसारी में सिविल ट्रेड की पढ़ाई कर रहा है अऱविंद
आपको बता दें अरविंद के पिता मनोहर एक हादसे में वर्ष 2016 में दोनों पांवों से दिव्यांग हो गए थे। बेटा अरविंद जिसकी उम्र 19 साल है, अभी पॉलीटेक्निक कुलसारी में सिविल ट्रेड की पढ़ाई कर रहा है लेकिन कुछ समय से वह मानसिक रूप से कमजोर होता जा रहा है। दिव्यांग के पिता ने बताया कि सितंबर माह में उसके चाचा मुरली सिंह ने उसे राजकीय दून मेडिकल कॉलेज देहरादून में दिखवाया तो जांच में उसके दिमाग में गोभी का कीड़ा घुस जाने की बात सामने आई।
आपको बता दें पीड़ित के पिता खेती-मजदूरी करते हैं जिनके पास बेटे के इलाज के लिए रुपये…अगर आप आगे आकर उनकी मदद करेंगे तो एक पिता अपने बेटे को फिर से पढ़ा लिखाकर इस काबिल बना पाएगा कि आगे जाकर वो उनकी सेवा करें.