शहीद स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी का अस्थि कलश बेंगलुरु से इंडिगो की फ्लाइट द्वारा जौली ग्रांट एयरपोर्ट पहुंचा. जौलीग्रांट एयरपोर्ट से अस्थि कलश को हरिद्वार ले जाया गया. जहां पर शहीद की अस्थियों को विसर्जित किया जाएगा.
देहरादून के पंडितवाड़ी के निवासी थे
आपको बता दें सिद्धार्थ देहरादून के पंडितवाड़ी के निवासी थे जो की शुक्रवार को(अपने जन्मदिन के दिन ही) बंगलूरू में विमान उड़ाने के दौरान उनका विमान हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड हवाई अड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में वह और उनके साथी पायलट समीर अबरोल शहीद हो गए थे। शहीद स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ को शनिवार को भावभीनी अंतिम विदाई दी गई। बंगलूरू में कॉक्स टाउन स्थित श्मशान में सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
शहीद सिद्धार्थ की मां सुचित्रा नेगी को जन्मदिन पर बेटे से बात न कर पाने का रंज है। पूरे परिवार सदमे में है। वायु सेना में स्क्वाड्रन लीडर शहीद सिद्धार्थ नेगी देहरादून के पंडितवाड़ी निवासी बलबीर सिंह नेगी के पुत्र थे।
सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार
हादसे की खबर मिलते ही पूरा परिवार रात को ही बंगलूरू पहुंचा. शनिवार को कालाहल्ली विद्युत शवदाह गृह में सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। पिता ने शहीद को मुखाग्नि दी। देहरादून से कई लोग शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। वहीं आज अस्तियों को देहारदून लाया गया औऱ हरिद्वार में विर्सजत किया गया.
दुर्घटना से थोड़े समय पहले ही सिद्धार्थ को उनके पिता बलबीर नेगी ने फोन पर जन्मदिन की बधाई दी थी। सिद्धार्थ ने कहा था कि टेस्ट फ्लाइट के बाद वह अपनी मां से बात करेंगे। आज दोपहर शहीद की अस्थियां जौलीग्रांट हवाई अड्डे लाई गई और हरिद्वार में अस्थियां विसर्जित की गई।