देहरादून : कोरोना संक्रमण का सबसे बड़ा खतरा कम्यूनिटी में फैलना है। राज्य में कोरोना के मामले 1600 के करीब पहुंच गए हैं। 800 मरीज ठीक होकर अपने घर भी जा चुके हैं, जो बहुत अच्छी खबर भी है, लेकिन सबसे बड़ी चिंता के आंकड़े भी इन्हीं आंकड़ों के बीच छुपे हुए हैं। कुछ मामलों में 261 ऐसे कोरोना के मामले हैं, जिनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है।
इससे एक बात साफ है कि ये लोग कोरोना पाॅजिटिव मरीजों के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं। 21 मई से 10 जून तक कुल संक्रमित मामलों में 16 प्रतिशत से अधिक लोगों में पाॅजिटिव मरीज से कोरोना पहुंचा है। 11 जिलों में 21 मई के बाद 261 संक्रमित मरीजों की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। इनमें सबसे ज्यादा मामले देहरादून जिले के हैं। इनमें पुलिस और परिवार के सदस्य शामिल हैं।
सबसे बड़े खतरे की बात भी यही है कि अगर कोरोना कम्यूनिटी में फैला तो इसकी चपेट में लोग तेजी से आत जाएंगे और किसी को पता भी नहीं चल पाएगा। जब तक एक कोरोना मरीज की पहचार होगी, तब तक वो कई लोगों में कोरोना फैला चुका होगा। अगर ऐसा हुआ तो खतरा बहुत बढ़ जाएगा। इसके लिए लोगों को जागरूक और सतर्क रहना होगा।