रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में वैसे तो कई ताल और शानदार पर्यटक स्थल हैं। हर साल इनको निहारने के लिए लाखों पर्यटक देश और दुनिया से आते हैं। इन खूबसूरत तालों और पर्यटक स्थलों की सुरंदरता हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है। लेकिन, कई पर्यटन स्थल और ताल आज भी ऐसे हैं, जिनके बारे में ना तो लोगों को पता है औरा ना कभी दुनिया की नजरों के सामने आ पाए हैं।
केदारनाथ और धाम के आसपास के वासुकी ताल और दूसरी जगहों के बारे में तो आपने सुना ही होगा। लेकिन, धाम से 16 किलोमीटर ऊपर एक ऐसा खूबसूरत ताल भी है, जो आज तक लोगों की नजरों से ओझल था। इस ताल के बारे में पहली बार पता चला है। पहली बार इसकी तस्वीरें सामने आई हैं। ये बेहद खूबसूरत नजर आ रहा है। ताल तक पहुंचने का रास्ता भी बेहद खूबसूरत फूलों से भरा हुआ है। इस ताल के बारे में हाल ही में दो युवकों को गरूड़चट्टी में रह रहे बाबा ने जानकारी दी थी। दोनों युवा और उनके दोस्त ट्रैकिंग के लिए यहां आए थे।
बाबा भी साल में कुछ वक्त के लिए ताल के आसपास साधना के लिए जाते थे। उन्होंने बताया कि उनसे पहले उस ताल तक कोई नहीं पहुंचा और ताल बेहद खूबसूरत है। बाबा ने ताल के नाम पैंया ताल बताया। वापस लौटे संदीप और तनुज रावत ने ताल की बेहद खूबसूरत तस्वीरें अपने कैमरों में कैद कर लोगों को दिखाई तो लोग ताल की खूबसूरती देखकर हैरान रह गए। भू-वैज्ञानिकों ने इस ताल को नया बताया है। संदीप, तनुज और उनके दोस्त केदारनाथ गए थे। वहां से वासुकीताल पहुंचे, जहां उन्हें बाबा बलराम दास मिले। जो वहां एक गुफा में साधना कर रहे थे।
उन्होंने युवाओं को जानकारी दी कि दूध गंगा घाटी में एक भव्य ताल है, जिसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। लगभग तीन वर्ष पूर्व वे पहली बार पैंया ताल गए थे। संदीप और तनुज वासुकीताल से 7 किमी दूरी तय कर लगभग दो घंटे में पैंया ताल पहुंचे। ताल के चारों तरफ और रास्ते में ब्रह्मकमल, फेन कमल के साथ ही अन्य कई प्रजाति के फूल खिले हुए थे। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग को भी पैंया ताल के बारे में जानकारी नहीं हैं। वन विभाग की टीम जल्द ताल का भ्रमण कर जानकारी जुटाएगी।