देहरादून(मनीष डंगवाल)-अपनी 18 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़तात कर रहे राजकीय शिक्षक संगठन पर शिक्षा विभाग ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। पहले जहां विभाग ने शिक्षक संगठन के अध्यक्ष, महामंत्री और पूर्व अध्यक्ष का ट्रांसफर कर हड़ताल करने वाले शिक्षकों को कड़ा संदेश दिया…वहीं अब शि़क्षा विभाग ने ऐसा ओदश कल होने वाले मुख्य शिक्षा अधिकारियों के कार्यालय में तालबंदी के कार्यक्रम को लेकर जारी कर दिया है,जिसमें शामिल होने के लिए शिक्षकों को कई बार सोचना पड़ेगा।
तालाबंदी की होगी विडियो ग्राफी
कल राजकीय शिक्षक संगठन से अपनी चरणबद्ध हड़ताल के तहम सभी जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तालाबंधी का कार्यक्रम रखा हुआ है. जिसके लिए संगठन से विभाग को भी अवगत कराया हुआ है…लेकिन शिक्षा निदेशक की ओर से संगठन को तालाबंदी के लिए किसी तरह की कोई अनुमति नहीं दी है..उल्टा शिक्षक तालाबंदी में शामिल न हो इसके लिए विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। आदेश के मुताबिक सभी मुख्यशिक्षा अधिकारी कार्यालय में विभाग शिक्षकों की तालाबंदी का वीडियो बनाएगा।
विडीयो के जरिए शिक्षकों पर नजर
जो भी शिक्षक राजकीय शिक्षक संगठन की हड़ताल में शामिल हो रहे हैम विभाग उन पर पैनी नजर बनाए हुए है…और यही कुछ कल वीडियोग्राफी के जरिए भी होगा। जो शिक्षक कल तालाबंदी में शामिल होगा उन पर विभाग कार्रवाई करने का भी मन बना चुका है।
सुरक्षा कर्मी भी रहेंगे मौजूद
शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की तालाबंदी कार्यक्रम के लिए पुलिस बल की व्यवस्था करने के भी निर्देश सभी मुख्यशिक्षा अधिकारी कार्यालयों को दे दिए हैं। ताकि किसी तरह की चूक कार्यक्रम में सुरक्षा को लेकर न हो और सरकारी सम्पत्ति को कोई नुकसान न हो। साथ ही सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में शिक्षकों पर प्राथमिक दर्ज करने के भी आदेश हुए हैं।
अनावश्य अवकाश लेने वाले शिक्षकों पर भी नजर
विभाग की नजर उन शिक्षकों पर भी होगी जो छुट्टी पर होंगे…अगर कोई शिक्षक छुट्टी लेकर धरने पर रहा तो उसके खिलाफ विभागीय जांच के खिलाफ कार्रवाई की जाएंगी।
अपनी मांगों पर कायम है संगठन
शिक्षा विभाग की कोशिश है कि कल हड़ताल में कम शि़क्षक शामिल हों लेकिन राजकीय शिक्षक संगठन ने अपने इरादे जता दिए है कि वो कल सभी मुख्यशिक्षा अधिकारियों के कार्यालय में तादबंदी कर अपनी मांगो लेकर आवाज बुलंद करेंगे।