देहरादून : दो महीने पहले प्रदीप रावत सीमा पर देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए थे. इस खबर से राज्य की जनता की भी आंखे नम हो गई थी और प्रदीप रावत की अंतिम यात्रा के दौरान प्रदीप अमर रहे…पाक मुर्दाबाद के नारे लगे थे. लोगों में गुस्सा था पाक के लिए. वहीं पति की शहादत के दो महीने बीत जाने के बाद प्रदीप की पत्नी ने एक नन्ही सी परी को जन्म दिया.
7 महीने की गर्भवती थी संदीप की पत्नी
वहीं अगर बात की जाए शहीद प्रदीप रावत की निजी जिंदगी की तो शहादत से डेढ़ साल पहले ही उनकी शादी हुई थी औऱ जनवरी में उनकी मैरिज एनिवर्सरी थी जिसमे वो घर आने वाले थे. जब वो शहीद हुए थे तो प्रदीप रावत की पत्नी 7 महीने की गर्भवती थी. पति की शहादत की खबर से कोख में बच्चा लिए पत्नी चीख-चीख कर रोई थी औऱ मां-पिता बेसुध हो गए थे. आपको बता दें प्रदीप रावत मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के दोगी पट्टी के बमुंड गांव के थे। फिलहाल उनका परिवार अपर गंगानगर ऋषिकेश में रह रहा था।
ऋषिकेश एम्स में दिया नन्ही सी बिटिया को जन्म
दो महीने बीतने के बाद कल शहीद के घर नन्हीं परी ने जन्म लिया है. जी हां ऋषिकेश एम्स में प्रदीप की पत्नी ने एक प्यारी सी बेटी को जन्म दिया…दिवाली से पहले घर में लक्ष्मी आई लेकिन एक बात का अफसोस रहेगी की बेटी को देखने के लिए पिता इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन जब बेटी बड़ी होगी और मां- दादा-दादी पोती को पापा की शहादत की और बहादुरी का किस्सा सुनाएंगे तो जरुर उसे भी गर्व होगा अपने पिता पर.
गढ़वाल राइफल की चौथी बटालियन में तैनात थे संदीप
आपको बता दें प्रदीप अपने परिवार के इकलौते बेटे प्रदीप गढ़वाल राइफल की चौथी बटालियन में तैनात थे। वहीं 26 अगस्त को रक्षाबंधन था और इससे ठीक 13 दिन पहले ही तीन बहनों को भाई की शहादत की खबर मिली। प्रदीप सिंह रावत चौथी गढ़वाल रायफल में तैनात थे और इस वक्त जम्मू-कश्मीर के उड़ी सेक्टर में ड्यूटी पर थे। वो पेट्रोलिंग पर थे और इस दौरान एक बारूदी सुरंग फट गई। इससे वो गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां उन्होंने दम तोड़ दिया था.
प्रदीप रावत मूल रूप से बैराई गांव पट्टी दोगी टिहरी गढ़वाल के रहने वाले
शहीद प्रदीप रावत मूल रूप से बैराई गांव पट्टी दोगी टिहरी गढ़वाल के रहने वाले हैं। शहीद प्रदीप रावत के पिता कुंवर सिंह रावत सेना से रिटायर्ड हैं, वर्तमान में वह एम्स में कार्यरत है।
http://देश की सीमा पर ऋषिकेश का एक और जवान शहीद, मैरिज एनिवर्सरी में आने वाले थे छुट्टी