हल्द्वानी: कहते हैं काम कोई छोटा नहीं होता। अगर मन में ठान लो तो रास्ते खुद-ब-खुद बनते हैं। हल्द्वानी के तिकोनिया क्षेत्र में रहने वाले परम सिंह ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। गोवा में नौकरी करने वाले परम सिंह लॉकडाउन में नौकरी चले जाने के बाद बेरोजगार हो गए थे, लेकिन उनका एक आईडिया उन्हें न सिर्फ स्वरोजगार के रास्ते पर ले गया। बल्कि, लोगों में भी आकर्षण का केंद्र बना। यही वजह है कि अब वह स्कूटी पर अपना ढाबा चला रहे हैं। सुनने में बड़ा अजीब लगता है। लेकिन, परम सिंह ने ऐसा कर दिखाया है।
बीएससी की पढ़ाई पूरी करने के बाद हल्द्वानी के परम सिंह गोवा चले गए और वहां उनकी नौकरी लगी, लेकिन कोरोना के चलते लॉकडाउन ने हजारों लोगों की तरह उनकी भी नौकरी खत्म कर दी। इसलिए वह अपने घर हल्द्वानी लौट आए। नौकरी के दौरान जो कुछ जमा पूंजी थी। वह भी खत्म हो चुकी थी। ऐसे में उनके आगे आगे नौकरी न मिलने और रोजगार का बड़ा संकट खड़ा हो गया था। परम सिंह ने अपने एक इनोवेटिव आइडिया से स्वरोजगार के रास्ते में अपनी आजीविका चलाना शुरू किया।
उन्होंने अपनी स्कूटी को होटल में तब्दील कर दिया और रामपुर रोड में एक ऐसी जगह तलाश की जहां पर लोग खाना खाने के लिए आते हैं। उन्होंने स्वादिष्ट राजमा चावल, कढ़ी चावल और छोले चावल के साथ-साथ पहाड़ी खाना बनाकर लोगों को सर्व करना शुरू किया। धीरे-धीरे परम सिंह का यह आईडिया काम कर गया अब लोग परम सिंह के स्वादिष्ट भोजन का स्वाद लेने के लिए आसपास के इलाके से पहुंच रहे हैं।
दोपहर में उनकी स्कूटी वाले ढाबे का इंतजार करते हैं। खाना खाने वाले लोगों का कहना है कि 30 रुपये में उनको स्वादिष्ट भोजन मिल जाता है। शुरुआत में परेशानी झेल रहे परम का कहना है कि धीरे-धीरे अब उनका कारोबार चल पड़ा है। अब वह रोजाना 1 हजार रुपये से अधिक की आमदनी कर रहे हैं और अब ऐसे में वह दोबारा वापस नौकरी करने नहीं जाएंगे, यहीं अपना स्वरोजगार करेंगे।