हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक दौडे
बता दें कि उत्तराखंड के समाज कल्याण विभाग में 600 करोड़ रुपये से ज्यादा का छात्रवृत्ति घोटाला सामने आया था. हाईकोर्ट के निर्देश के बाद शुरु हुई घोटाले की जांच में एसआईटी ने तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी गीताराम नौटियाल को आरोपी बनाया तो उन्होंने हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की मगर उनको कोई राहत नहीं मिल सकी.
एसआईटी ने भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट से ले लिया एनबीडब्ल्यू
वहीं अब संयुक्त निदेशक गीताराम नौटियाल पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। बीते दिनों एसआईटी के समक्ष नौटियाल के बयान भी दर्ज हो चुके हैं। उस वक्त नौटियाल एसआईटी के कई सवालों का जबाव नहीं दे पाए थे। बयान दर्ज करने के बाद एसआईटी ने गीताराम नौटियाल को जाने दिया था। वहीं, अब एसआईटी ने भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट से एनबीडब्ल्यू ले लिया है। बता दें कि छात्रवृत्ति घोटाले में भ्रष्टाचार संबंधी आरोपों में गीताराम नौटियाल को मुकदमे में नामजद किया गया था।