उधम सिंह नगर (मोहम्मद यासीन) : उधम सिंह नगर की बाजपुर दबका नदी में खनन खुदाई के दौरान निकले हजारो वर्ष पुराने अवशेष की जाँच के लिए पुरातत्व की टीम पहुंची. जहाँ पर उन्होंने मिले इन अवशेषों को महतवपूर्ण बताते हुए इसे गुप्तकालीन यानि 1500 वर्ष पुराना बताया है. साथ में केंद्रीय पुरातत्व देहरादून टीम ने गहनता से इसकी पड़ताल शुरू कर दी हैं. इस मूर्ति अवशेषों को देख क्र एक मंदिर के अवशेष होना भी बताया है.
उधम सिंह नगर के बैंतखेड़ी में देहरादून से पहुंची पुरातत्ववेत्ताओं की टीम को नदी किनारे भी तमाम प्रागैतिहासिक कालीन साक्ष्य मिले. टीम ने मूर्तियां व नक्काशीदार पत्थरों के जाने वाले स्थल पर गुप्तकालीन इंट का टुकड़ा पाये. यह इंट कुछ माह पूर्व सहारनपुर के समीप हुयी खुदाई में मिली थीं। इस महत्पूर्ण खोज के बाद टीम ने नदी किनारे व आस पास का व्यापक सर्वेक्षण किया. बेहद उत्साहित टीम इन साक्ष्यों को लेकर और गूढ़ अनुसंधान करेगी। टीम में अधीक्षण पुरातत्व प्रभारी डा.
आरके पटेल के प्रतिनिधि और देहरादून पुरातत्वविद् डा. राजीव पाण्डेय व डा. पीएस राणा ने बैंतखेड़ी स्थल को बेहद और अति महत्वपूर्ण पुरातत्व महत्व का क्षेत्र बताया.उन्होंने ने कहा कि खोजबीन में मंदिरों की श्रंख्लायें अथवा अन्य प्रागैतिहासिक वस्तुए निकल सकते हैं. उन्होंने कहा कि गुप्त कालीन ईंट लगभग 1500 वर्ष पुरानीहो सकती है. उन्होंने ने बताया कि यह काल कत्यूरी काल से भी पूर्व तीसरी सदी से पांचवी सदी के बीच का हो सकता है। उस दौर में भी समाप्त तमाम एतिहासिक मंदिर किये गये थे.