देहरादून : उत्तराखंड की एक राज्यसभा सीट के लिए 9 नवम्बर को चुनाव होना है,जिसके लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। उत्तराखंड भाजपा किसे उत्तराखंड की एक राज्यसभा सीट से राज्यसभा पहुंचाती है, इस पर पार्टी के भीतर मंथन भी शुरू हो गया है।
किसके नाम पर लगेगी मुहर?, इनका नाम सबसे आगे
उत्तराखंड की एक राज्यसभा सीट के लिए भाजपा के भीतर चर्चाओं को बाजार गर्म हो गया है कि पार्टी हाईकमान किसे राज्यसभा की सीट के लिए प्रत्याशी बनाती है। जी हां राज्यसभा सीट पर किसके नाम की लाॅटरी लगेगी इसका फैसला आने वाले 7 दिनों के भीतर हो जाएंगा,क्योंकि 27 अक्टूबर को नामांकन की अंतिम तिथि तय की गई है। लेकिन संभावित दावेदारों के लिए ये 7 दिन बेहद महत्पूर्ण माने जा रहे हैं। भाजपा ने भले ही अभी ये स्पष्ट नहीं किया है कि किस नाम पर पार्टी सहमति बनाएंगी, लेकिन जैसे-जैसे नामांकन की तिथि नजदीक आती जा रही है। पार्टी के भीतर दावेदारों की सूची भी लंबी होती जा रही है। अभी तक जहां राज्यसभा सीट के दावेदारों में नाम सबसे आगे पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा का बाताया जा रहा है और माना जा रहा है कि हरीश रावत सरकार के समय कांग्रेस में बगावत करने का इनाम भाजपा हाईकमान बहुुगुणा को राज्यसभा में पहुंचाकर दे सकती है।
संभावित उम्मीदवरों में इनके नामों की चर्चा
वहीं भाजपा राष्ट्रीय कार्यालय सचिव महेंद्र पाण्डेय, हरियाणा भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सुरेश भट्ट, भाजपा के प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू, भाजपा कार्यसमिति के सदस्य शौर्य डोभाल, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल गोयल, दर्जा प्राप्त मंत्री नरेश बंसल और यहां तक की राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय का भी नाम उत्तराखंड से राज्यभ्सभा के संभावित उम्मीदवरों में शामिल हो गया है। लेकिन इन सब के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि उत्तराखंड से कोन राज्यसभा पहुंचेगा इसका फैसला पार्लियामेंट्री बोर्ड में तय होगा।
कांग्रेस ने पहले ही प्रत्याशी न उतारने का किया ऐलान
उत्तराखंड में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार है। ऐसे में एक राज्यसभा सीट के लिए कांग्रेस ने पहले ही प्रत्याशी न उतारने का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि कांग्रेस के पास वह आंकड़ा नहीं है जिससे चुनाव में उतार जाएं। वहीं भाजपा के लिए उस नाम पर सहमति बनाना एक बड़ी चुनौती है, जिससे से न तो अन्य दावेदारों को कोई दिक्कत हो और न ही पार्टी की भीतर कोई अंसतोष पैदा हो, इसी को देखते हुए भााजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत का कहना है कि राज्यसभा सीट के लिए नाम के चयन पर पार्टी के अंदर मंथन किया जाएगा,जिसके बाद एक नाम पर राय बनाते हुए नामांकन किया जाएगा।
उत्तराखंड की एक राज्यसभा सीट के लिए कांग्रेस ने वाॅकओवर देने का ऐलान कर दिया है. वहीं भाजपा इस बात को लेकर जहां उत्साहित है कि उत्तराखंड से एक और राज्यसभा सीट भाजपा की झोली में और आने वाली है,लेकिन पार्टी के सामने चुनौती नाम चयन को लेकर है। ऐसे में देखना ये होगा कि आखिर भाजपा हाईकमान किसके नाम पर राज्यसभा पहुंचाने के लिए लाॅटरी निकालता है।