सामान्यतौर पर मानसून की विदाई 27 सितंबर के आसपास होती है। लेकिन इसएक सप्ताह तक की देरी हो सकती है। इस वर्ष प्रदेश में मानसून पहुंचा भी करीब एक हफ्ते की देरी से था। मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि सामान्य तौर पर अब तक राजस्थान से मानसून की विदाई शुरू हो जानी चाहिए थी।
मौसम केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार इस वर्ष यह मानसून सीजन की आखिरी बारिश हो सकती है। मानसून सीजन में अब तक प्रदेश में करीब 22 फीसदी कम बारिश हुई है। 19 फीसदी कम या अधिक को भी सामान्य बारिश ही माना जाता है। सात जिलों में अब भी बारिश सामान्य से कम हुई है।