पिछले साल सरकार के शिक्षा मंत्री ने सभी प्राइवेट स्कूलों में एनसीआरटी की किताबें लागू करने का आदेश दिया था। साथ ही हाईकोर्ट ने भी एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू करने का आदेश दिया था जिसका पालन नहीं करने पर पिछले साल सरकार ने प्राइवेट स्कूलों पर शिक्षा विभाग को कार्रवाई करने के आदेश भी दिए थे।
इस साल अप्रैल से नया शिक्षा सत्र शुरू होने के साथ ही फिर से कई प्राइवेट स्कूलों ने सरकार और हाईकोर्ट के आदेश को दरकिनार कर फिर से एनसीईआरटी की जगह प्राइवेट पब्लिशर्स की किताबें अनिवार्य कर दी है। प्राइवेट स्कूलों की मनमानी का अविभावकों ने विरोध शुरू कर दिया है। अभिभावकों के विरोध के बाद हरकत में आए शिक्षा विभाग ने खटीमा शहर के प्रतिष्ठित सर्राफ पब्लिक स्कूल में जाकर चेकिंग अभियान चलाया। विद्यालय प्रबंधन को शिक्षा विभाग की टीम ने स्पष्ट किया निर्देशित किया कि अपने आदेश को वापस लेते हुए तत्काल स्कूल में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू करें। नहीं तो शिक्षा विभाग के द्वारा स्कूल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।