पिथौरागढ़ : उत्तराखड में आए दिन दम तोड़ रही स्वास्थय व्यवस्था का एक और उदाहरण सामने आया. जी हां पिथौरागढ़ के मुनस्यारी में एक गर्भवती महिला ने 108 एम्बुलेंस में नवजात को जन्म दिया. जिसके बाद जच्चा-बच्चा को अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने नवजात को मृत घोषित कर दिया।
राज्य में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था का खामियाजा आए दिन जनता को भुगतना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला जिला मुख्यालय में सामने आया। मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे मुनस्यारी निवासी शोभा देवी पत्नी महेन्द्र सिंह को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। इस पर परिजनों ने 108 आपातकालीन सेवा को फोन किया और गर्भवती को जिला महिला अस्पताल लेकर आने लगे, लेकिन बुंगाछीना के पास रात करीब 9 बजे महिला ने एंबुलेंस में ही बच्चे को जन्म दिया। परिजन महिला और नवजात को लेकर रात करीब 10 बजे जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन तब तक नवजात की मौत हो चुकी थी।
बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को ठहराया जिम्मेदार
परिजनों ने नवजात की मौत के लिए बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि सीएचसी मुनस्यारी में पिछले तीन माह से महिला चिकित्सक का पद रिक्त चल रहा है, जिस कारण उन्हें प्रसव के लिए 127 किमी दूर जिला महिला अस्पताल आना पड़ा। अगर सीएचसी मुनस्यारी में महिला चिकित्सक होती तो उन्हें जिला मुख्यालय की दौड़ नहीं लगानी पड़ती और नवजात की जान न जाती।