देहरादून : प्रदेशभर में भिक्षावृति में भिखारियों के खिलाफ पुलिस अभियान चला रही है, इस अभियान के तहत भिखारियों को चिन्हित किया जा रहा है और खा़सतौर पर बच्चों को भिक्षावृति में लाने के पीछे असली कारणों का भी पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस भीख मांगने वाले बच्चे कहां से आते हैं और कौन इसमें शामिल हैं इस पर पूरी पड़ताल करने जा रही है। पिछले वर्ष 2018 में भी पुलिस ने यह अभियान चलाया था जिसमें से 283 भिखारियों का दोबारा से सत्यापन किया जायेगा। इस बार बच्चे, महिलाएं, पुरूष भिखारियों को जनपदवार चिन्हित किया जा रहा है यह अभियान 20 मार्च तक चलाया जायेगा।
भिखारियों के सत्यापन को लेकर पुलिस महानिदेशक लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने बताया की पिछले साल भी पुलिस के द्धारा इस तरह का अभियान चलाया गया था, जिसमें 283 लोगों को चिन्हित किया गया था, इस बार पुलिस खास तौर पर कोई गैंग अगर इस तरह से भिक्षावृति करा रहा है तो उन सभी को गिरफ्तार किया जायेगा और साथ ही अगर पैरेंटस के द्धारा भिक्षावृति कराई जा रही है तो उनकी काउंसलिंग कराई जायेगा साथ ही एनजीओ और अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं से भी ऐसे बच्चे जो भीख मांगते हैं उन्हें शिक्षा मिल पाये ऐसी कोशिश की जायेगी।