रुद्रपुर (मोहम्मद यासीन): कोरोना महामारी से बचने में भले ही लाॅकडाउन कारगर साबित हो रहा हो, लेकिन महामारी का ये दौर गरीबों के लिए किसी आफत से कम नहीं है। जिसका ताजा मामला ऊधमसिंह नगर में सामने आया है। एक गरीब महिला अपनी बीमार बच्ची को लेकर भटकती रही, लेकिन उसको कहीं इलाज नहीं मिल पाया। रुद्रपुर की रहने वाली इस असहाय गरीब मां के पास बच्ची के इलाज के लिए पैसे नहीं थे। कहीं से मदद भी नहीं मिली। बच्ची के इलाज के लिए पति-पत्नी साइकिल पर सवार होकर लोगों से मदद की गुहार लगाते हुए सड़क पर घूमते रहे।
दर-दर भटकते हुए जब ये परिवार रुद्रपुर के एक चैक पर पहुंचे तब इनकी भेंट सीपीयू से हुई। सीपीयू के जवान इनके लिए वरदान साबित हुए। सीपीयू ने तत्काल बच्ची को रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इतना ही नहीं परिवार को कुछ आर्थिक मदद भी दी। अगर समय रहते इस बच्ची को इलाज नहीं मिलता तो, उसकी जान भी जा सकती थी।
लाचार मां और पिता की मानें तो लॉकडाउन के चलते इन पर आर्थिक संकट आ गया। इस दौरान बच्ची बीमार हो गई। इलाज के लिए पैसे भी नहीं थे। बच्ची को बचाने के लिए एक महिला से भी मदद ली। महिला ने मदद तो दी, लेकिन वह पर्याप्त नहीं थी। बच्ची की हालत बिगड़ते देख। दोनों अपनी मासूम बच्ची को लेकर साइकिल से निकल पड़े, लेकिन लाॅकडाउन के कारण उनको कहीं से मदद नहीं मिल पाई। अंत में उत्तराखंड पुलिस की सीपीयू के जवान उनके लिए मददगार बनकर सामने आए।