देहरादून: उत्तराखंड में आए दिन कई ऐसे मामले सामने आए जिसने पूरे प्रदेशवासियों को सहमा कर रख दिया. साथ ही देवभूमि में जघन्य अपराधों ने पुलिस के भी पसीने छुड़ाकर रख दिए. लगातार लूट, हत्या और दुष्कर्म जैसे घटनाए सामने आई जिसमें कई मामलों का पुलिस ने खुलासा भी किया औऱ कइयों पर पुलिस के हाथ खाली दिखे. क्योंकि घटना को अंजाम देने वाले अधिकतर आरोपी बाहर के होते हैं जो किराए मेें कमरा लेकर रहते हैं औऱ सत्यापन न होने के कारण अपराध कर भाग जाते हैं. जिसका पता नहीं चल पाता.
देहरादून में पुलिस ने चलाया सत्यापन अभियान
उत्तरकाशी में नाबालिग की दुष्कर्म कर हत्या के बाद और पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद जिलों की पुलिस ने सत्यापन अभियान चलाया.
वहीं देहरादून में बीते दिन पुलिस ने शहरभर में चेकिंग और सत्यापन अभियान चलाया. अभियान के दौरान 343 होटल ढाबों की चेकिंग, 1706 व्यक्तियों का सत्यापन, 86 संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई. साथ ही पुलिस ने 61 व्यक्तियों का पुलिस एक्ट के तहत चालान किया.
उत्तराखंड के विभिन्न जिलों के थाना प्रभारियों ने अपने-अपने क्षेत्र में कई जगहों पर चैकिंग अभियान चलाया. निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स, मंडी समिति, रेलवे स्टेशन, झुग्गी झोपड़ियों में निवास कर रहे बाहरी और संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की औऱ सत्यापन की कार्रवाई की। इस दौरान पुलिस टीमों ने होटलों, ढाबों में संदिग्ध व्यक्तियों का सत्यापन कर पहचान पत्र ना होने पर व्यक्तियों से पूछताछ की. अभियान के दौरान किराएदारों का सत्यापन ना कराने वाले मकान मालिकों पर पुलिस टीम ने पुलिस एक्ट के तहत चालान किया.