रुड़की: गंगनहर कोतवाली के एक कांस्टेबल ने पर्यावरण सुरक्षा का बीड़ा उठाया है। उन्होंने अपने खर्च से कोतवाली परिसर और आसपास सफाई करवाने के साथ बड़ी संख्या में पौधारोपण भी किया है। उनका कहना ही कार्यस्थल को भी घर जैसा ही समझना चाहिए। गंगनहर कोतवाली में चालक के पद पर तैनात कांस्टेबल यशपाल भंडारी को जब भी समय मिलता है। वो अपने पौधों के रखरखाव में लग जाते हैं।
कभी क्यारी साफ करना तो कभी उनमें पानी और खाद देना। कुछ महीनों पहले कोतवाली आये यशपाल ने कोतवाली के बाहर गन्दे पड़े स्थान को साफ करवाया और वहां अपने खर्चे से ही पौधे लगावा दिए। उनका कहना है कि पर्यावरण का संकट दिन-ब-दिन गहराता जा रहा है। पर्यावरण के जानकार सजग कर रहे हैं। लेकिन, हमारी नींद नहीं टूट रही है।
पर्यावरण संरक्षण के लिए अकेले सरकार को कटघरे में खड़ा करना या उसकी जवाबदारी तय करना अनुचित है। पर्यावरण संरक्षण में समाज की भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए। इसलिए समाज को पर्यावरण की दिशा में पहले जागरूक होना होगा। उन्होंने बताया कि वो ऐसा इसलिए करते हैं, जिससे लोग पर्यावरण को बचाने के लिए आगे आएं।