उधम सिंह नगर- पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है, 3 मई को प्रोपटी डीलर समीर हत्या कांड में मास्टर माइंड सहित दो शूटरों को टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया. साथ ही हत्याकांड में 3 अन्य आरोपी फरार चल रहे हैं. पुलिस ने आरोपियों से हत्याकांड में प्रयोग किये गए दो तमंचे, 3 जिंदा कारतूस व बाइक को कब्जे में लिया.
दोनों आरोपी उत्तरप्रदेश के शाहजहापुर व बरेली जिले के रहने वाले
गौरतलब है कि 3 मई की सुबह 10 बजे अज्ञात लोगों द्वारा आदित्य चोक के पास समीर की हत्या कर दी थी जिसके बाद जिले के कप्तान के निर्देश पर 6 टीमें गठित करते हुए आरोपियों की धरपकड़ के लिए उत्तरप्रदेश सहित पंजाब राज्यों के कई जिलों में दबिश दी गयी. साथ घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की मदद से दो संदिग्धों को चिह्नित किया गया था, 21 मई को मुखबिर की सूचना के बाद टीम द्वारा कुरैया मार्ग चकोनी के पास मोटर साइकिल से जा रहे दो शूटर सुखदेव सिंह व अंग्रेज सिंह को गिरफ्तार किया गया. दोनों आरोपी उत्तरप्रदेश के शाहजहापुर व बरेली जिले के रहने वाले है. दोनों आरोपियों से पूछताछ के दौरान समीर की हत्या करना कबूला साथ ही हत्या में प्रयोग की गई मोटरसाइकिल सहित 2 तमंचों व 3 जिंदा कारतूस भी बरामद किए है.
दोनों में दिल्ली व उत्तराखंड की प्रोपटियों को लेकर विवाद चल रहा था विवाद
पूछताछ में दोनों आरोपियों द्वारा बताया गया कि समीर की हत्या हमने अपने साथी गुरचरण सिंह निवासी रामपुर के साथ मिल कर की थी. पुलिस के मुताबिक समीर हत्या कांड का मास्टर माइंड जसविंदर सिंह व रंदीप सिंह बाप-बेटे है जो कि रूद्रपुर ओमेक्स कालोनी के रहने वाले हैं. साथ ही समीर के प्रोपटी पाटनर भी थे, दोनों में दिल्ली व उत्तराखंड की प्रोपटियो को लेकर विवाद चल रहा था और दोनों मास्टरमाइंडो ने मिल कर पहले तो प्रश्ननजीत सिंह से मिल कर शूटर उपलब्ध कराए औऱ बाद में गुरुचरण के साथ मिल कर समीर की रेकी कराई. बताया जा रहा है इसके एवज में शूटरों और मास्टरमाइंड द्वारा हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए 5 लाख में डील हुई थी जिसमे से 3 लाख रुपये शूटरों को दे दिए गए थे। बाकी बकाया थे.
वहीं एसएसपी सदानन्द दाते ने बताया कि मामला बहुत चुनौतिपूर्ण था. घटना ब्लाइंड थी जिसपर हमारी टीम ने काफी मेहनत कर 3 लोगों को गिरफ्तार किया. जब कि घटना में शामिल 3 अन्य आरोपी फरार चल रहे हैं. तीनों आरोपियों में से मुख्य आरोपी रंदीप सिंह के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है. तीनों आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम दबिश दे रही है औऱ जल्द ही तीनों आरोपी सलाखों के पीछे होंगे. आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307,302,120बी व 34 आईपीसी की धाराओं में जेल भेज दिया है.
एसएसपी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ उत्तरप्रदेश के अलग अलग थानों में पहले भी कई मामलों में मुकदमे दर्ज हैं। इस दौरान कुमाऊ आईजी द्वारा खुलासा करने वाली टीम को 5 हजार, एसएसपी द्वारा ढाई हजार व किच्छा विधायक ने 11 हजार इनाम की घोषणा की है।