हल्द्वानी : ट्रंचिंग ग्राउंड में आग फिर धधक रही है। लगातार फैलती आग और धुंए के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा, जनता, जिला प्रशासन या नगर निगम को, हल्द्वानी के इंदिरानगर के पास स्थित ट्रंचिंग ग्राउंड पिछले कई दिनों से धधक रहा है। हल्द्वानी का एक बड़ा हिस्सा भी इससे प्रभावित हो रहा है, लेकिन प्रशासन और नगर निगम आग बुझाने औऱ फैले धुंए से जनता को राहत दिलाने में नाकाम है।
ट्रंचिंग ग्राउंड में धधकी आग से जहां एक तरफ वन संपदा को भारी नुकसान पहुंच रहा है वही वातावरण में फैले धुंए से आसपास के लोगों को भी बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। हल्द्वानी में अभी तक सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की नीति भी तैयार नही हो पाई है। ट्रंचिंग ग्राउंड से उठने वाले धुँए से एक तरफ बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है, लेकिन देखने और सुनने वाला कोई नही है। स्थानीय लोगो का आरोप है की हल्द्वानी शहर की आधी आबादी ट्रंचिंग ग्राउंड में लगी आग और इससे फैलने वाले धुयें से प्रभावित हो रही है लेकिन सरकार और नगर निगम हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
भीमताल, भवाली, हल्द्वानी का करीब 50 टन से ज्यादा कूड़ा रोज़ाना इस ट्रंचिंग ग्राउंड में फेंका जाता है, लेकिन पिछले 7 सालों में नगर निगम द्वारा ठोस कूड़ा प्रबन्धन नीति नही बनायी जा सकी है। ट्रंचिंग ग्राउंड में लगी आग पर हल्द्वानी नगर निगम के मेयर का कहना है की ट्रंचिंग ग्राउंड में लगी आग की मॉनिटरिंग के लिए जल्द ही नगर आयुक्त से बात की जायेगी। लेकिन, इस समस्या का निस्तारण कम्पोस्ट प्लांट बनने के बाद ही होगा जिसके लिये टेंडर किये जा रहे हैं।