रुड़की : कोरोना काल में हर कोई परेशान है। क्या आम और क्या खास। उत्तराखंड पुलिस भी कोरोना संकट के इस दौर में दिन-रात काम कर रही है। कोरोना शुरू होने से अब तक पुलिस लगातार कोरोना मरीजों और दूसरी व्यवस्थाओं में जुटी हुई है। इस दौरान कई पुलिसकर्मी कोरोना की चपेट में भी आ चुके हैं। ऐसे में पुलिस को कोरोना और अपराध से निपटना किसी दोहरी चुनौती से कम नहीं है। इन चुनौतियों और कठिन परिस्थियों के बीच पुलिस जवानों को खुद को सुरक्षित करना सबसे मुश्किल हो रहा है। हरिद्वार पुलिस ने इसके लिए एक नया तरीका खोजा है।
पुलिस के आला अधिकारियों ने फरियादियों की फरियाद घर पर ही निपटाने का निर्णय लिया है। ये जिम्मेदारी चेतक पुलिस को सौंपी गई है। उनसे कहा गया है कि फरियादियों की फरियाद उनके घर पर ही जाकर सुनें और उसका निस्तारण करें। आदेश में कहा गया है कि कोई बड़ी समस्या हो तो ही थाना, कोतवाली आएं। साथ ही यह भी कहा गया है कि थाने, कोतवाली में भीड़ इकठ्ठा ना करें। किसी विवाद के निपटारे के लिए जाने से पहले पुलिस जवान मास्क, गलब्ज, सैनिटाइजर और सुरक्षा के पूरे इंतजाम कर लें।
ASP देहात स्वप्न किशोर सिंह ने देहात के सभी थाना, चैकियों और कोतवाली पुलिस को निर्देशित किया है कि वह फरियादियों की फरियाद उनके घरों पर ही जाकर सुनें। हाल ही में कोरोना से बड़ी संख्या में पुलिस के जवान संक्रमित हुए हैं। पुलिस के लिए खुद को सुरक्षित रखना और अपराध पर नियंत्रण रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि थाना, कोतवाली में आने वाले फरियादी भीड़ ना लेकर आएं। यदि बेवज भीड़ करने की कोशिश की जाती है तो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।