घुघुते बनाने के लिए आटा, तिल, सूजी, घी, दूध और गुड़ के पानी से आटा बनाकर उसकी घुघुते बनाई जाती है। बच्चों की उत्सुकता के लिए ढोल, तलवार, ढाल सहित अन्य आकर के घुघुते भी बनाए जाते हैं जिसे मंगलवार की सुबह बच्चों द्वारा कौवो को खिला कर उसके बाद घुघुती की माला बनाई जाती है और बच्चों के गले में डाली जाती है। कुमाऊ के इस लोक पर्व की तैयारियां पूरी हो चुकी है कल उत्तरायणी के साथ ही इस पर्व को पूरे प्रदेश में मनाया जाएगा।