उधम सिंह नगर (मोहम्मद यासीन) : उत्तराखंड के पुलभट्टा पुलिस के सामने से गन्ने और ओवरलोड भूसी और रेत के ट्रक और ट्राली ओवरलोड निकल रही हैं. शाम ढलने के बाद ओवरलोड भूसी की गाड़ियां व बगास की गाड़ियां और ओवरलोड रेता की गाड़ी भी शुरू हो जाती हैं. पुल भट्टा पुलिस के सामने से यह गाड़ियां धड़ल्ले से चल रही है, मगर ओवरलोड गाड़ियां रोकने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है.
कुछ दिन पहले अजीतपुर निवासी रवि बगास से भरी हुई गाड़ी रवि मौर्या के ऊपर पलट गई, जिससे उनकी दर्दनाक मौत हो गई उसी बीच उनके दो साथी उसी हादसे में बाल-बाल बचे. ठीक उसी के कुछ दिन बाद एक गाड़ी पुलभट्टा थाने के सामने एक कार स्विफ्ट पर आ गिरी, जिससे उस गाड़ी के लोग बड़ी मुश्किल से बचे. जबकि पूरी गाड़ी दब गई थी. इन हादसों को देखते हुए भी पुलभट्टा पुलिस ओवरलोड वाहनों को रोकने में नाकाम है। बड़ा सवाल ये खड़ा होता है कि आखिर पुलिस इसे देखकर अनदेखा क्यों कर देती है। पुलिस पुलिस व परिवहन विभाग की अनदेखी के कारण ओवरलोड ट्रक, डंपर, ट्रैक्टर ट्रॉली आदि वाहन सड़क पर सरपट दौड़ते हुए दुर्घटनाओं को न्यौता दे रहे हैं। वहीं पुलिस एवं परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा इनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं करने से वाहन चालकों के हौसले बुलंद हैं।
जानकारी के अनुसार पुलभट्ठा क्षेत्र से रोजाना सैकडों ट्रक, डंपर व ट्रैक्टर ट्रॉलियां क्षमता से अधिक मात्रा में यूपी बॉर्डर से आते-जाते हैं। इन ओवरलोड वाहनों के चलने से सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं। इन गड्ढ़ों में भारी वाहनों के फंस जाने से कई घंटों तक जाम लग जाता हैं। वहीं ट्रैक्टर ट्रॉलियां का विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से व्यवसायिक कामों में धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा हैं। टैंपू व बसें भी क्षमता से अधिक सवारी ढोने के कारण आए दिन लोग दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। लेकिन विभाग इन ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा हैं। इस बारे में पुलिस व परिवहन विभाग के अधिकारी अक्सर कहते दिखते हैं कि ओवरलोड वाहनों के खिलाफ समय-समय पर कार्रवाई की जाती है। जबकि हकीकत में माह में दो-चार वाहनों को पुलिस पकड़ कर चालान करने के बाद परिवहन विभाग के अधिकारियों से जुर्माना की रसीद कटवा कर अपने कार्य की इतिश्री कर लेते हैं। इससे पुलिस व परिवहन विभाग की आमदनी तो बढ़ जाती है। लेकिन सरकार को राजस्व का चूना जरूर लग रहा है।
आरटीओ उधम सिंह नगर ने बताया कि समय-समय कार्रवाई की जाती है। आगे भी सख़्त कार्रवाई की जाएगी। बिना नम्बर और ओवरलोड वाहनों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा
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