उधमसिंह नगर : लॉकडाउन के कारण मजदूरों से काम छिन गया। परिवार को पालने के लिए अप मजदूरों के पास पैसे नहीं हैं ऐसे में सरकार द्वारा गरीबों को राशन, प्रवासियों को रहने-खाने जैसी सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने की सरकार ने दावे किए लेकिन कई ऐसी तस्वीरें सामने आई जिससे सरकार के दांवों की पोल खुली।
सरकार के दावों को पूरा करने का काम कर रही खाकी
वहीं खुद के दम पर सरकार के दावों को पूरा करने का काम कर रही है खाकी। जी हां किच्छा की दरऊ चौकी के इंचार्ज और अन्य जवान इन दिनों चर्चाओं में है। कभी कंधे पर राशन रख तो कभी किसी गरीब के चेहरे पर मुस्कान लाने के लाने वाले चौकी इंचार्ज रमेश चंद्र बेलवाल एक बार फिर चर्चाओं में आ गए हैं। जीहां इन दिनों खाकी का यह रंग हर चेहरे पर मुस्कान बिखेर रहा है। इस लॉकडाउन में जहाँ सबसे ज्यादा पीडित कोई है तो वह हैं मजदूर। और इसी मजदूर परिवार की सेवा में जुटी है किच्छा थाना क्षेत्र स्थित दरऊ चौकी..जहाँ एक नया ही रंग आजकल देखने जो मिल रहा है।
गरीबों के लिए दुकानदार बने चौकी इंचार्ज और सिपाही
जी हां चौकी इंचार्ज रमेश चंद्र बेलवाल लगातार सुर्ख़ियों में छाये हुए हैं। वहीं यह चौकी के इंचार्ज और जवान गरीबों और असहायों की सेवा में जुटे हैं। आज शुक्रवार को भी चौकी में अजब गजब ही नज़ारा देखने को मिला। जहाँ चौकी के बाहर नेकी की दुकान लगाकर खुद दारोगा और उनके सिपाही दुकानदान बन बैठे।
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा गया पूरा ख्याल
सोशल डिस्टेंसिंग का बखूबी पालन कराते हुए चौकी इंचार्ज और अन्य जवान गरीबों के लिये आटा, आलू, प्याज सहित तमाम राशन उपलब्ध करा रहे हैं और वो भी रोज़ ताकि कोई भी मजदूर परिवार इस संकट की घड़ी में भूखा ना सोये। जो जिम्मेदारी सरकार की बनती थी वो काम खाकी कर रही है।
चौकी इंचार्ज ने लगाई खुद से नेकी की चारपाई
संकट की इस घड़ी में उत्तराखंड पुलिस गरीबों के लिए और मजदूरों के लिए संकट मोचन साबित हुई है और हो रही है। चौकी इंचार्ज के काम को हम सलाम करते हैं। ऐसे जवानों की वजह से ही खाकी का मान बढ़ा है और बढ़ेगा। अगर आसपास के क्षेत्र औऱ जिले की बात की जाय तो नेकी की ऐसी दुकान किसी भी थाना क्षेत्र की यह पहली ऐसी दुकान होगी जहां पुलिस दारोगा औऱ सिपाही मजदूरों और गरीबों के लिए दुकानदार बन गए और गरीबों को राशन-सब्जी उपलब्ध कराई। सच में पुलिस चौकी की अपने आप में ये एक अनोखी पहल है.