देहरादून: कूड़ा किसी भी शहर की सबसे बड़ी समस्याओं में शामिल है। कूड़ा निस्तारण शहरों के लिए बड़ी चुनौती रहा है। कूड़ा निस्तारण के कई उपाय किए गए, लेकिन हर उपाया कम पड़ता चला गया। राजधानी देहरादून में भी कूड़ा निस्तारण के लिए गलातार कदम उठाए जाते रहे हैं, लेकिन हर बार उपया कम पड़ते जा रहे हैं।
अब नगर निगम ने एक और योजना बनाई है। देरादून शहर के करीब एक हजार भवन या यूं कहें कि एक हजार टू-बीएचके जल्द ही कूड़े से बनी बिजली से रोशन होंगे। करीब दो साल की कवायद के बाद राज्य सरकार ने देहरादून नगर निगम को कूड़े से बिजली बनाने का संयंत्र लगाने की मंजूरी दे दी है।
खास बात यह है कि इस संयंत्र में कूड़े के एकत्रीकरण और उससे उठने वाली दुर्गंध से भी निजात मिल जाएगी। सरकार की मंजूरी के बाद अब नगर निगम जल्द इसका टेंडर निकालने की तैयारी कर रहा है। अभी यह तय नहीं हुआ है कि प्लांट कहां पर बनेगा, लेकिन शीशमबाड़ा में चल रहा विरोध शांत करने के लिए प्लांट वहीं लगाया जा सकता है।