देहरादून : उपनल में नौकरी लगने को लेकर चर्चाओं में रहे प्रेमचंद अग्रवाल के पुत्र एक बार फिर खाली हाथ रह गए हैं। जी हां बता दें कि बीते दिन ही शासन द्वारा उन्हें सीएम का सलाहकार बनाया गया था। उनके साथ कई अन्य की नियुक्ति भी की गई थी। सीएम ने अपनी टीम बनाते हुए अपनी टीम में 6 होनहारों को शामिल किया था लेकिन इस टीम से स्पीकर के बेटे पीयूष का नाम हटा दिया गया है और आदेश को निरस्त कर दिया गया है जिसके बाद एक बार फिर से स्पीकर के पुत्र के हाथ खाली रह गए हैं।
आपको बता दें कि बीते दिन मंगलवार को ही पीयूष अग्रवाल को सीएम का सलाहकार बनाया गया था जिसका आदेश जारी कर दिया गया है लेकिन कार्यभार लेने से पहले ही यह आदेश निरस्त कर दिया गया। खास बात ये है कि विधायक के पुत्र पहले भी चर्चाओं में आ चुके हैं वो भी उपनल में नौकरी को लेकर। बता दें कि पीयूष को त्रिवेंद्र सरकार के समय में उपनल के माध्यम से जल संस्थान में जेई की दी गई थी। उस समय भारी हंगामा होने पर उन्हें नौकरी छोड़नी पड़ी थी।
बता दें कि बीते दिन ही प्रभारी सचिव विनोद कुमार सुमन की ओर से जारी एक आदेश में कहा गया है कि पीयूष अग्रवाल को मुख्यमंत्री के सलाहकार पद पर नियुक्त किया जाता है। लेकिन बुधवार को यह आदेश पीयूष के कार्य़भार ग्रहण करने से पहले ही निरस्त कर दिया गया। शासन स्थित सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है। अहम बात यह भी है कि पीयूष को इससे पहले त्रिवेंद्र सरकार के समय में उपनल के माध्यम से जल संस्थान में नौकरी मिली थी। साथ ही मेयर सुनील उनियाल गामा की बेटी को भी इसी तरह से नौकरी में रखा गया था। दोनों मामले सोशल मीडिया पर खूब छाए जिसके बाद पीयूष ने नौकरी छोड़ दी थी। इंजीनियर की नौकरी छोड़ने वाले पीयूष को सीएम के सलाहकार बनाया गया जिसके बाद वो फिर से चर्चाओं में आ गए लेकिन एक बार फिर से वो खाली हाथ रह गए।
इन-इन की नियुक्ति की
इसके अलावा काशीपुर निवासी राजू सिंह बिष्ट को मीडिया कोआर्डिनेटर, दिल्ली निवासी पूरन चंद्र नैनवाल को मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, उत्तरकाशी निवासी किशोर भट्ट को जन संपर्क अधिकारी, ऊधमसिंह नगर निवासी रविंद्र सिंह को कोआर्डिनेटर (सामाजिक न्याय), चमोली निवासी दलबीर सिंह दानू को कोआर्डिनेटर और सितारगंज निवासी आनंद मोहन रतूड़ी को कोआर्डिनेटर (स्वास्थ्य) बनाया गया है।