देहरादून : उत्तराखंड सरकार भले ही राज्यमें बेहतर स्वास्थय सेवा उपलब्ध कराने के लाख दावे कर ले, लेकिन सच्चाई सबके सामने है. राज्य की बदहाल 108 सेवा के बारे में तो सबको पता है आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहे हैं जिससे महिलाओं का तो अपमान हुआ ही साथ ही सरकार की भी किरकिरी हुई.
देहरादून में अंधेरे में 9 डिलीवरी
बीते दिन ही देहरादून के दून महिला अस्पताल में रात के अंधेरे में मोमबत्ती और टॉर्च की लाइट में 9 डिलीवरी हुई लेकिन ये जो मामला सामने आया है ये आपको हैरान कर देगा.
108 के समय पर न पहुंचने पर कार में डिलीवरी
जी हां नया मामला रुद्रप्रयाग जिले से सामने आया है जिसमे अभी रविवार सुबह 108 के समय से न पहुंचने पर दर्द से कराह रही महिला ने ऑल्टो कार में बच्चे को जन्म दिया। जो की राज्य की स्वास्थय विभाग के लिए शर्मसार कर देने वाला मामला है.
मिली जानकारी के अनुसार सुबह 7 बजे करीब अगस्तमुनी विकास खंड के किंनझणी गांव निवासी नेहा देवी को प्रसव पीड़ा शुरू हुई. जिसके बाद महिला के परिजनों ने 108 को फोन किया लेकिन 108 समय से नहीं पहुंची. दो घन्टे से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी जब 108 नहीं आई तो महिला के परिजनों ने ऑल्टो बुक कर अगस्तमुनी के अस्पताल में ले गए. कुछ देर बाद क्ंयूजा भिराली के पास महिला ने ऑल्टो कार में ही बच्चे को जन्म दिया। उसके बाद महिला को नवजात के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अगस्तमुनी पहुंचाया गया। हालांकि जच्चा-बच्चा दोनों स्वास्थ है. लेकिन कुछ भी हो एक के बाद एक ऐसे मामले शर्मसार कर देने वाले हैं.