हरिद्वार : सोचिए आपको कैसा लगेगा जब पंडित जी की जगह आपको रोबोट जी धार्मिक अनुष्ठान में पूजा करवाते देखेंगे रोबोट जी के मुख से वेद मंत्रों और वचन सुनकर आप उनके पैर छुएंगे और वो आपको कहेंगे आयुष्मान बच्चा…ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आने वाले कुछ समय बाद रोबोट के द्वारा धार्मिक स्थानों का संचालन किया जाएगा, कृषि के क्षेत्र में काम किया जाएगा, विज्ञान के क्षेत्र में रोबोट बहुत कारगर साबित होंगे…वहीं मेडिकल के क्षेत्र में रोबोट सर्जरी करते हुए नजर आएंगे. बॉर्डर पर भी रोबोट जवान तैनात होंगे. इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक कहा जाता है अब हरिद्वार के एक सरकारी स्कूल में रोबोट की क्लासें दी जा रही है…जिसमें किस तरह से आने वाले समय में रोबोट हमारे लिए सहायक होगा और हम रोबोट कैसे बना सकते हैं कैसे उनपे राज कर सकते हैं अब हमें अपनी आने वाली पीढ़ी यानि के बेटे बेटी पर भी निर्भर नहीं रहना पड़ेगा अब आपका अपना सच्चा साथी होगा रोबोट ,तो क्या है रोबोट जिन्दगी. पढ़िए
हरिद्वार में सरकारी स्कूल में कराई जा रही रोबोट की पढ़ाई
इम्प्रेसिव टेक्नोलॉजी की मोनिका शर्मा ने बताया की हमारी पहल से उत्तराखंड के हरिद्वार में सरकारी स्कूल के बच्चों को रोबोट की पढ़ाई कराई जा रही है जिसमे सोशल रोबोट का हमारे जीवन में बहुत महत्व हो सकता है। खास तौर पर घर में बुजुर्गों के लिए वे अच्छे सहायक हो सकते हैं। ऐसे रोबोट बुजुर्गों को यह याद दिला सकते हैं कि उन्हें कब दवा लेनी है? उन्हें जगाने में मदद कर सकते हैं। इतना ही नहीं वे उन्हें दूर रहने वाले परिजनों और मित्रों के साथ संपर्क में रखने में भी मददगार हो सकते हैं। कृषि, विज्ञानं ,मेडिकल के छेत्र में रोबोट मददगार होने जा रहे हैं.
आने वाले समय में रोबोट में करियर बनाना हमारे लिए एक अच्छा विकल्प
रोबोट की पढ़ाई कर रहे बच्चे इसको लेकर काफी उत्साहित हैं. उनका भी मानना है की आने वाले समय में रोबोट में करियर बनाना हमारे लिए एक अच्छा विकल्प है. हरिद्वार के महानगर आयुक्त आलोक कुमार पाण्डेय ने बताया की हमारा देश सॉफ्टवेयर इंजीनीरिंग में बहुत आगे है वहीं रोबोट में बहुत पीछे है इसी लिए हमने प्रयाश किया है की बच्चो को शिक्षा के साथ साथ रोबोट की शिक्षा भी बहुत जरुरी है.
ऐसा मशीनी इंसान जिसके हाथ, पांव, आंख, कान सब कुछ है, वह चलता भी है, बोलता भी है और वो सारे काम करता है जो आप उसे कहते हैं। आज्ञाकरी , संवेदनहीन इस मशीन को जीता-जागता इंसान बनाने की कोशिशें जारी हैं ,अब देखना होगा की सन्तान की जगह लेने वाला रोबोट कितना कारगर साबित होगा.