सितारगंज: पिछले 25 दिनों से अस्पताल में भर्ती उत्तराखंड के सबसे बूढ़े कैदी की मौत हो गई है। पुलिस ने उसे 1986 में गिरफ्तार किया था। बीमारी के कारण कैदी को जेल प्रशासन ने ही अस्पताल में भर्ती कराया था। कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। मना जा रहा है कि वो सबसे ज्यादा उम्र का कैदी था।
सितारगंज में बंद 102 साल के सजायाफ्ता कैदी अवतार सिंह की मौत हो गई है। अवतार सिंह काफी समय से बीमार था और सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज चल रहा था। 25 दिनों तक इलाज के बाद उसकी मौत हो गई। अदालत ने अवतार सिंह को हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। पुलिस के अनुसार सितारगंज जेल में सजा काट रहा कैदी अवतार सिंह ऊधमसिंह नगर जिले के टुकड़ी नानकमत्ता का रहने वाला था।
परिजनों के अनुसार बलवा के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जिसका आरोप अवतार सिंह पर लगा। जिसके चलते उनको 1986 में गिरफ्तार किया था। उम्र के अंतिम पड़ाव में कैदी की हालत बिगड़ने पर जेल प्रशासन ने नौ मार्च को एसटीएच में भर्ती कराया। अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने शव को अवतार सिंह के पौत्र मंगल सिंह के सुपुर्द कर दिया।