टनकपुर : समरस समानता मंच द्वारा आज टनकपुर में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिससे इस मंच से जुड़े दर्जनों लोगों ने प्रतिभाग किया। इस बैठक के माध्यम से यह तय हुआ कि अनुसूचित समाज को जिस तरह दलित के रूप में सार्वजनिक सम्बोधन किया जाता है। वह अपमानजनक है इसलिए समरस समानता मंच के माध्यम से प्रत्येक ग्राम सभा से एक हस्ताक्षर युक्त बैनर देश के राष्ट्रपति महोदय को भेजा जाएगा। साथ ही अपील के तौर पर 51 हजार पोस्टकार्ड भी देश के प्रधानमंत्री को भेजने का अभियान 5 अक्टूबर से पूरे उत्तराखण्ड में चलाया जाएगा।ताकि दलित शब्द को तुरंत प्रतिबंधित कर इसको लेकर एक्ट का निर्माण किया जाए।ताकि अनुसूचित समाज भी सम्मान की अनुभूति कर सके।
वहीं समरस समानता मंच के संयोजक समीर आर्या के अनुसार मंच ने पूरे प्रदेश के प्रत्येक जिले में संयोजको को मनोनीत कर दिया है। मंच के कार्यकर्ता अपने समाज की बस्तियों में जाकर लोगों को इस विषय की जानकारी दे बैनर में हस्ताक्षर करवा व पोस्टकार्ड को प्रधानमंत्री को भेजने का आग्रह करेंगे।ताकि दलित शब्द को जल्द प्रतिबंधित कर उक्त शब्द को अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति अधिनियम 1998 के अन्तर्गरत लाया जाए।