देहरादून : चमोली गढ़वाल निवासी और हाल ही में देहरादून निवासी हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी को आज लापता हुए 9 दिन हो गए हैं लेकिन उनकी कोई खबर नहीं आई है. इसने जवान के परिवार वालों और राज्य के लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
उत्तराखंड की जनता मांग रही सलामती की दुआ
वहीं पूरा उत्तराखंड आज भी जवान सुरेंद्र नेगी की सलामती की दुआ मांग रहा है। प्रदेश के लोग उत्तराखंड देवभूमि के बेटे की सलामती और वापस लौटने की दुआ कर रहे हैं। वहीं परिवार वालों ने सीएम से मुलाकात कर केंद्र सराकर से मदद की गुुहार लगाई है। सीएम ने रक्षा मंत्री से बात कर परिवार वालों को मदद का आश्वासन दिया है।
11वीं गढ़वाल राइफल में तैनात हैं सुरेंद्र, पोस्ट से लापता
बता दें कि 11वीं गढ़वाल राइफल में तैनात हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी 8 जनवरी से जम्मू कश्मीर स्थित गुलमर्ग में अपनी फॉरवर्ड पोस्ट से लापता हैं. बताया जा रहा है कि बर्फ में फिसलने की वजह से वे लापता हो गए और उनकी तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन भी चलाए गए औऱ अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है. वहीं उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार इस इंतजार में है कि अब उनके बेटे की वापसी की खबर आएगी। वहीं परिवार वालों ने इस संबंध में राज्य व केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
8 जनवरी को पत्नी से हुई थी आखिरी बार बात
परिजनों ने बताया कि उन्हें इस घटना की जानकारी 9 जनवरी को ही लग गई थी. राजेंद्र नेगी की पत्नी राजेश्वरी देवी का कहना है कि 8 जनवरी की सुबह उनकी पति राजेंद्र सिंह से बात हुई थी. उस दौरान उन्होंने वहां के खराब मौसम और हालात के बारे में बताया था. राजेश्वरी देवी ने पीएम मोदी से अपील कि है कि उनके पति राजेंद्र नेगी की सकुशल घर वापसी में मदद करें. और राजेंद्र के भाई ने मोदी सरकार से अभिनंदन की तरह उनके भाई को भी वतन वापस लाने की गुहार लगाई।
तीनों भाई करते हैं मजदूरी, जवान सुरेंद्र ही सबका सहारा
हवलदार राजेंद्र नेगी का परिवार देहरादून में ही रहता है. उनके तीन भाई हैं जो कि गांव में मजदूरी करते हैं। पिता खेती का काम करते हैं। एक सुरेंद्र ही हैं जिनकी सरकारी नौकरी है और सब उन पर निर्भर थे। उनके भाई की मानें तो राजेंद्र सिंह की पलटन से संपर्क साधा जा रहा है. परिवार ने राज्य से लेकर केन्द्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है. सीएम रावत ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आश्वासन दिया है कि लापता जवान की तलाश के लिए और तेजी के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा.