देहरादून : उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र का आज से आगाज हुआ। आज सुबह 11 बजे से एक दिवसीय सत्र की कार्यवाही शुरू की गई। जैसा की पहले से अंदेशा था कि ये सत्र हंगामे दार रहने वाला है लेकिन कई विधायकों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद सत्र खाली खाली है। आपको बता दें कि कांग्रेस विधायक और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्द्येश समेत हरीश धामी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और उनका उपचार चल रहा है। वहीं ऐसे में चुनिंदा विधायक ही कांग्रेस के पास हैं जो सत्र में शिरकत करने जा रहे थे वो भी नए अंदाज में लेकर पुलिस ने उन्हें विधानसभा में घुसने नहीं दिया। सदन के अंदर का तो नहीं लेकिन बाहर सड़क पर जरुर विपक्ष के विधायकों का हंगामा बरपा।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और पूर्व विधायक स्व बृज मोहन कोटवाल को दी श्रद्धांजलि
दरअसल मोदी सरकार द्वारा पास किए गए किसान बिल के विरोध में कांग्रेस के विधायक ट्रैक्टर पर सवार होकर विधानसभा पहुंचे थे। कांग्रेस विधायक ट्रैक्टर में सवार होकर ही विधानसभा के अंदर जा रहे थे लेकिन पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया। बस फिर क्या था कांग्रेस विधायकों ने हंगामा कर दिया। सड़क पर लंबा जाम लग गया। विधानसभा सत्र की शुरुआत में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और पूर्व विधायक स्व बृज मोहन कोटवाल को श्रद्धांजलि दी गई।
चार विधायकों को विधानसभा के अंदर जाने से रोका
मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस विधायक और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, केदारनाथ से विधायक मनोज रावत, कलियर से विधायक काजी निजामुद्दीन और आदेश चौहान ने मोदी सरकार के किसान बिल को किसान विरोधी बिल और काला कानून बताया औऱ इस बिल को वापस लेने की मांग की। मोदी सरकार के बिल के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए विधायक ट्रैक्टर पर सवार होकर विधानसभा के अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें विधानसभा के अंदर घुसने नहीं दिया। रिस्पना से पहले बैरिकेडिंग पर ही पुलिस ने कांग्रेस विधायकों को रोक लिया। इससे कांग्रेस विधायकों का पारा चढ़ गया औऱ उन्होंने बीच सड़क पर सरकार के खिलाफ जमकर नारे बाजी की।
विधानसभा अध्यक्ष से कांग्रेस विधायकों की बातचीत विशेषाधिकार हनन के तहत मामला चुनने की मांग की। कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि तानाशाह सरकार विधायकों को सत्र में जाने से रोक रही है