नई दिल्ली। उत्तराखंड में फिल्मों की शूटिंग के लिहाज से सहूलियत भरा बनाने की कोशिशें कामयाब होती दिख रहीं हैं। उत्तराखंड को 66वें नेशनल फिल्म फेस्टिवल में मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का अवार्ड दिया गया है। नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजिक कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति एम वेकय्या नायडू ने ये पुरस्कार वितरित किए। उत्तराखंड की ओर से सचिव दिलीप जावलकर ने ये पुरस्कार ग्रहण किया। सूचना प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार-2018 के अन्तर्गत इस बार उत्तराखण्ड राज्य का चयन किया गया।
कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति श्री एम. वैकय्या नायडू ने अपने सम्बोधन में उत्तराखण्ड राज्य को Most Film-Friendly State का पुरस्कार मिलने पर बधाई देते हुये कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा राज्य में फिल्म शूटिंग के लिऐ अनुकूल वातावरण तैयार करने के सराहनीय प्रयास गये है। उन्होेंनें कहा कि उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार मिलने से जहाॅं एक ओर पर्यटन के क्षेत्र में गति आएगी वहीं फिल्म शूटिंग में इजाफा होगा।
सचिव सूचना दिलीप जावलकर खुद इस काम में खासा पसीना बहाते रहें हैं। ये कामयाबी दिलीप जावलकर की कोशिशों की कामयाबी भी है। इस मौके पर दिलीप जावलकर ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार मिलने से प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा। देश-विदेश के फिल्म निर्माता राज्य में अधिक से अधिक संख्या में आएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष भी है और उनके मार्गदर्शन में प्रदेश की फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक बनाया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की स्पष्ट मंशा है कि राज्य में फिल्म निर्माण क्षेत्र को प्रोत्साहित किया जाय, राज्य में अधिक से अधिक फिल्म निर्माता आएं ताकि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़े। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देशन में राज्य सरकार द्वारा फिल्मों को सब्सिडी दिया जाना भी प्रारम्भ कर दिया गया है।
राज्य में पिछले एक वर्ष में 200 फिल्में, धारावाहिक, डाक्यूमेंट्री आदि की शूटिंग की गई है। इनमें मीटर चालू, बत्ती गुल, परमाणु, बाटला हाउस, कबीर सिंह, केदारनाथ, नरेन्द्र मोदी, स्टूडेंट ऑफ द ईयर, रागदेश, तड़प, वॉर, डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित कार्यक्रम Man vs Wild शामिल है।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार-2018 के तहत सूचना प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार राज्य में फिल्म शूटिंगों के लिए निर्माता/निर्देशकों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने के प्रयासों के लिए दिया गया है। चूंकि उत्तराखण्ड अभी नया राज्य है और यहां पर चुनौतियां भी काफी है, इसके बावजूद उत्तराखण्ड राज्य सरकार द्वारा किये गये सकारात्मक प्रयासों की सराहना राष्ट्रीय स्तर पर की गई है। प्रतिवर्ष दिये जाने वाले इस पुरस्कार के लिए सभी राज्यों से आवेदन आमंत्रित किये जाते है। जिसके बाद पुरस्कार चयन हेतु गठित समिति द्वारा पुरस्कार के लिए राज्यों का चयन किया जाता है। इस वर्ष केवल उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार प्राप्त हुआ हैं।
श्री जावलकर ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के इस पुरस्कार के लिए उत्तराखण्ड राज्य का चयन हम सभी के लिए गौरव की बात है। अल्प कार्यकाल में देश के अन्य राज्यों को पीछे छोड़ते हुए उत्तराखण्ड राज्य का इस पुरस्कार के लिए चयन हुआ है। फिल्मी हस्तियों में अभिनेता अक्षय कुमार, विक्की कौशल, तथा आयुष्मान खुराना को भी पुरस्कार प्रदान किया गया है।
इस अवसर पर अपर स्थानिक आयुक्त ईला गिरी, उप निदेशक/नोडल अधिकारी, उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद् केएस चौहान भी उपस्थित थे