उत्तराखंड कि जीरो टाॅयलेंस सरकार में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। जी हां ये हम नहीं बल्कि जीरो टाॅलरेंस सरकार के विधायक का कहना है। विधायक तो मुख्यमंत्री के विभाग पीडब्ल्यूडी में शत-प्रतिशत भ्रष्टाचार की बात को स्वीकार कर रहे हैं और डंके की चोट पर कह रहे हैं कि पीडब्ल्यूडी विभाग में शत-प्रतिशत भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है. तभी विभाग ऐसे ठेकेदार पर मेहरबानी दिखा रहा हैं…जो मानकों के आधार पर ठेका हासिल नहीं कर सकता है। ये कहना है लोहाघाट से भाजपा विधायक पूरन सिंह फर्त्याल का…जो अपनी ही सरकार के कृत्य से परेशान हैं और इसी कृत्य की शिकायत भाजपा विधायक ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी पत्र भेजकर की है।
22 अधिकारियों को भी गलत प्रमाण पत्र बनाने के आरोप में किया गया था सस्पेंड
भाजपा विधायक भ्रष्टाचार को लेकर सरकार के जिस कृत्य की बात कर रहे हैं। वह टनकपुर- जौलजीवी सड़क र्माग के टेंडर से जुड़ा हुआ है। विधायक का आरोप है कि ठेकेदार दलीप सिंह अधिकारी को जो ठेका कांग्रेस सरकार में दिया गया था. वह मानकों के हिसाब से पूरी तरीके से गलत था क्योंकि जो प्रमाण पत्र ठेकेदार ने टेंडर हासिल करने के लिए बनाई। वह पूरी तहर से फर्जी थे और उसकी जांच दो अधिकारियों के द्वारा अलग-अलग जांच रिपोर्ट में सही पाई गई है। जिसमें 22 अधिकारियों को भी गलत प्रमाण पत्र बनाने के आरोप पाएं जाने पर सस्पेंड कर दिया गया था। अधिकारियों को सस्पेंड करने के साथ ही ठेके को निरस्त कर दिया गया है और पिछले साल रिटेंडरिंग के लिए आदेश हो गए लेकिन एक साल तक विभाग के द्वारा रिटेडरिंग की प्रकिया को एक साल तक लटकाया गया लेकिन पीडब्ल्यू़डी विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से फिर से उसी ठेकेदार को टेंडर जारी कर दिया गया है। जिसको वह सहन नहीं करेंगे और इस गलत कृत्य के लिए उन्हे जहां तक जाना होगा वह वहां तक जाएंगे और इस मामले में जो भ्रष्टाचार हुआ है उसके खिलाफ आवाज उठाएंगे।
ठेकेदार को सरकार को ब्लैक लिस्टेड करना चाहिए था-विधायत
भाजपा विधायक के द्वारा उठाए गए सावलों से जीरो टाॅलरेंस सरकार की पोल भी खुलती है, कि जहां एक तरफ सरकार तीन सालों में एक भी आरोप सरकार पर भ्रष्टाचार का न लगा होने का दावा करती है तो वहीं दूसरी तरफ जब भाजपा विधायक ही ये कह रहे हों कि मुख्यमंत्री के विभाग में शत-प्रशित भ्रष्टाचार हो रहा है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि मामला कितना गंभीर है। भाजपा विधायक तो यहां तक कह रहे हैं कि जिस ठेकेदार को सरकार को ब्लैक लिस्टेड करना चाहिए था और फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर गलत तरिके से ठेके हासिल करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करना चाहिए था। उस पर अधिकारियों की मेहरबानी के चलते फिर से वहीं ठेका दिया जा रहा है,जो पहले निरस्त किया जा चुका है। पूरन सिंह फर्त्याल का कहना है कि सड़क से पहले 650 मीटर का एक पुल भी बनना है लेकिन अभी तक पीडब्ल्यूडी विभाग पुल को बनाने का कार्य शुरू तो नहीं करवा पाई है। लेकिन चहेते ठेकेदार पर मेहरबानी के तहत ठेका निरस्त किए जाने के बाद फिर से ठेका दिया गया। जब पुल ही नहीं बनेगा तो फिर सड़क से कहां जाया जाएगा।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र भेजा
भाजपा विधायक पूरन सिंह फर्त्याल की सुनवाई जब प्रदेश स्तर पर नहीं हो रही है तो इसको लेकर उन्होने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र भेजा है। जिसमें विधायक ने सरकार के कृत्य को राष्ट्रीय अध्यक्ष से अवगत कराया है और मांग की है, कि जो गलत छवि इस मामले को लेकर जनता की बीच जा रही है उसे बचाया जाएं। विधायक ने पत्र में कहा है कि उनका विश्वास सरकार से खत्म होता जा रहा है। और जो कृत्य सरकार के द्धारा किया गया है जनता उनसे इस संबंध में सवाल पूछ रही है जिसका जवाब उनके पास नहीं है। पूरन सिंह फर्त्याल के द्धारा अध्यक्ष को भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि बेशक इस मामले में सरकार अपनी जीरो टाॅलरेंस की छवि धूमिल होने दे लेकिन वह अपनी छवि इस मामले में धूमिल नहीं होने देंगे। भाजपा विधायक ने तो ये तक कह दिया है कि जब उन्होंने इस मामले को प्रमुखता से उठाया और पार्टी ने उन्हें तलब कराने का समाचार प्रकाशित करावाया तो वह इससे भी आहत हुए हैं। इसलिए वह मांग करते हैं कि इस मामले में ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड किया जाए और ठेकेदार पर फर्जी प्रमाण पत्र बानने के लेकर मुकदमा दर्ज किया जाए।