रुड़की : जहां एक तरफ पूरे देश में आर्थिक मंदी का दौर है। वहीं बाजारों से ग्राहक गायब है। बाजार सुनसान है तो ऐसे में अब एक और मार व्यापारियों को मौसम की झेलनी पड़ रही है। जिसके चलते पारा इतना अधिक हो चुका है कि ठंड के मारे ग्राहक बाजार का रुख नहीं कर रहे हैं। वहीं दोपहर 2 बजे तक भी बाजार सुनसान रहते हैं। ऐसे में व्यापारियों के सामने अपनी रोजी रोटी के संकट के लाले पड़ गए हैं।
इसी बीच हमारे संवाददाता ने मौसम की बेरुखी को देखते हुए रुड़की के बाजारों का हालचाल जाना तो बेहद ही अलग नजारा देखने को मिला। बाजारों से रौनक बिल्कुल ही गायब थी और व्यापारियों के चेहरे मुरझाए हुए थे। व्यापारी ग्राहकों का इंतजार टकटकी लगाकर कर रहे हैं। जब इस बारे में बाजारों के व्यापारियों से पूछा गया तो उन्होंने एक ही जवाब दिया कि पहले आर्थिक मंदी से हम लोग गुजर रहे थे ग्राहक बाजार में नहीं आ रहा था तो अब ऐसे में अधिक ठंड के कारण ग्राहक घर से बाहर नहीं निकल पा रहा है। जिसके चलते हमारी रोजी-रोटी चौपट हो गई है। वहीं दुकान और घर चलाना और बच्चों का पेट पालना बेहद मुश्किल हो रहा है। वहीं पिछले 2 सप्ताह से अत्यधिक या यूं कहें शीत लहर ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है। पारा 3 डिग्री तक पहुंच चुका है जिससे साफ तौर पर इसका सीधा असर दुकानदारों और रोजमर्रा की रोजी रोटी कमाने वालों पर पड़ रहा है। अब देखने वाली बात होगी कि कब तक शीत लहर और अत्यधिक ठंड से लोगों को निजात मिल पाती है।